जौनपुर: विचाराधीन बंदी की जेल में मौत, उपचार के दौरान हुई मौत, पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी
जेल प्रशासन के अनुसार उसकी हालत खराब होने की जानकारी होने के बाद जिला अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया गया।
कारागार में हत्या के मामले में कुछ समय से निरुद्ध विचाराधीन बंदी की बुधवार की रात दर्द से तड़पकर मौत हो गई। जेल प्रशासन के अनुसार उसकी हालत खराब होने की जानकारी होने के बाद जिला अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं बंदी की मौत होने के बाद पुलिस शव को कब्जे में लेकर आवश्यक विधिक कार्रवाई में जुटी है।जेल प्रशासन द्वारा घटना के बारे में परिजनों को अवगत करा दिया गया है।
पंवारा थाना क्षेत्र के चेतरिया गांव निवासी मुकेश वनवासी (37) पुत्र सहदेव 7 जून 2018 से हत्या के एक मामले में जेल में बंद था। बुधवार की रात करीब साढ़े नौ बजे मरणासन्न हालत में जेल के वाहन से बंदी रक्षक उसे जिला अस्पताल पहुंचाए। जहां डाक्टरों ने उसे देखते ही मृत घोषित कर दिया।
इसके बाद बंदी के बारे में परिजनों को सूचना देने के साथ ही विधिक कार्रवाई भी शुरू कर दी गई। इस बाबत पुलिस को भी सूचना दी गई है। वहीं सूचना मिलने के बाद परिजन भी मौके पर पहुंच गए। परिजनों के शिकायत के बाद पुलिस मामले में विधिक कार्रवाई करने की तैयारी में है।
कारागार अधीक्षक एस .के पांडेय ने बताया कि मुकेश वनवासी पहले से ही हार्निया व हाइड्रोसील का मरीज था। तबीयत खराब होने पर तीन दिन से जेल के अस्पताल में भर्ती कर उपचार चल रहा था। शाम साढ़े सात बजे जेल बंद होने तक उसकी हालत सामान्य थी। करीब नौ बजे वह दर्द से छटपटाने लगा। इसकी जानकारी होते ही उसे तत्काल बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा था। काफी प्रयास के बाद भी बंदी को बचाया नहीं जा सका। बंदी की मौत की सूचना उसके परिजनों को दे दी गई है। इसके साथ ही मैनुअल के अनुसार इस मामले में विधिक कार्रवाई की जा रही है।
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