लखनऊ : जारी रहेगा कार्य बहिष्कार आंदोलन, अनिश्चितकालीन हड़ताल और जेल भरो आंदोलन की तैयारी शुरू हुई

5 अक्टूबर को ऊर्जा मंत्री पंडित श्रीकांत शर्मा के साथ संघर्ष समिति की वार्ता अपराहन 3:00 बजे से रात्रि

5 अक्टूबर को ऊर्जा मंत्री पंडित श्रीकांत शर्मा के साथ संघर्ष समिति की वार्ता अपराहन 3:00 बजे से रात्रि 8:30 बजे तक चली वार्ता के बाद सहमति के बिंदु तय हो गए। समझौते के अनुसार माननीय ऊर्जा मंत्री ने स्पष्ट आश्वासन दिया कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के या किसी अन्य निगम के विघटन /निजी करण का प्रस्ताव वापस लिया जाता है और प्रदेश में कहीं भी ऊर्जा क्षेत्र में कोई निजीकरण नहीं किया जाएगा। विद्युत वितरण कंपनियों की वर्तमान व्यवस्था में ही बिजली कर्मचारियों को विश्वास में लेकर सुधार के कार्यक्रम चलाए जाएंगे।

समझौते का पूरा प्रारूप तैयार हो गया। माननीय ऊर्जा मंत्री ने समझौते को पढ़ा और अंतिम रूप से इस पर उन्होंने अपनी स्वीकृति दिया। मा ऊर्जा मंत्री ने पॉवर कारपोरेशन के चेयरमैन को समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए निर्देश दिया और ऊर्जा मंत्री चले गए। लगभग 1 घंटे तक इंतजार करने के बाद बार-बार आग्रह करने पर पावर कारपोरेशन के चेयरमैन कमेटी रूम में आए और उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि वे समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे । मैंने उससे पूछा तो क्या माना जाए वार्ता विफल हो गई उन्होंने कहा वार्ता विफल हो गई। साथियों यह पूरी परिस्थितियां आपके सामने हैं। यह पहली बार हुआ है जब माननीय ऊर्जा मंत्री के साथ समझौते की पूरी सहमति बन जाने के बाद समझौते का पूरा ड्राफ्ट बन जाने के बाद हस्ताक्षर करने से चेयरमैन ने मना कर दिया। स्पष्टतया यह पावर कारपोरेशन के चेयरमैन व प्रबंधन की हठवादिता है जिससे ऊर्जा क्षेत्र में टकराव और अधिक बढ़ गया है।

मेरा आप सब से आवाहन है निजीकरण के विरोध में में एक ऐतिहासिक संघर्ष चल रहा है ।अपनी फौलादी एकता बनाए रखते हुए कार्य बहिष्कार आंदोलन जारी रहेगा और यदि किसी भी स्थान पर किसी भी बिजली कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया किया गया या उत्पीड़न किया गया तो उसी समय अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ होगी और शुरू होगा सामूहिक जेल भरो आंदोलन। साथियों ! यह निर्णायक समय है। अनिश्चितकालीन हड़ताल और जेल भरो आंदोलन के लिए तैयार रहें। इं

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