सुल्तानपुर : बहुचर्चित हिमांशु हत्याकांड की मुख्य आरोपी प्रतिभा उपाध्याय ने किया सरेंडर

जिले के बहुचर्चित हिमांशु प्रताप सिंह हत्याकांड की मुख्य अभियुक्त लेडी डॉन प्रतिभा उपाध्याय ने आज सीजेएम कोर्ट में सरेण्डर कर दिया।

सुल्तानपुर। जिले के बहुचर्चित हिमांशु प्रताप सिंह हत्याकांड की मुख्य अभियुक्त लेडी डॉन प्रतिभा उपाध्याय ने आज सीजेएम कोर्ट में सरेण्डर कर दिया। कहने के लिए दीवानी के आस-पास पुलिस प्रतिभा को तलाशती रही,लेकिन हकीकत में प्रतिभा के प्रति पुलिस का रवैया ढुलमुल रहा। नतीजतन बेखौफ होकर प्रतिभा पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर जेल पहुँच गई।

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बताते चलें कि बीते तीन दिसम्बर को नगर कोतवाली के रहने वाले हिमांशु प्रताप सिंह को सजल मिश्र नाम की लड़की ने उसे शास्त्री नगर स्थित आवास पर मिलने के लिये बुलाया था, तब से ही हिमांशु लापता हो गया था। इस मामले में हिमांशु के परिजनों के जरिये चार दिसम्बर को सजल और उनकी माँ प्रतिभा उपाध्याय पर अपहरण कर हत्या की आशंका जताते हुये नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया गया था। चार दिसम्बर को ही बाराबंकी जिले के लोनी कटरा में नाले में एक युवक का शव बरामद हुआ था जिसकी पहचान आठ दिसम्बर को परिजनों ने हिमांशु के रूप में की थी। इस मामले में पुलिस प्रतिभा के पति प्रदीप मिश्रा को पहले ही जेल भेज चुकी थी। इसके बाद प्रतिभा के सहयोगी गुफरान और वाहिद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। तब से इस बुलेट वाली लेडी डॉन प्रतिभा उपाध्याय की तलाश की जा रही थी। बीते दिनों प्रतिभा ने कोर्ट में सरेण्डर एप्लिकेशन डाली थी, लेकिन पुलिस के जरिये वांछित सम्बन्धी रिपोर्ट न भेजने के कारण कोर्ट में आज फिर सुनवाई की तिथि नियत की गई थी। कहने के लिए आज भी प्रतिभा को पकड़ने के लिये दीवानी न्यायालय के आस-पास कड़ा पहरा भी लगाया गया था,आखिर लेकिन सभी को चकमा देकर प्रतिभा ने आज मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में कैसे सरेण्डर कर दिया, यह बात किसी को हजम नही हो रही।

सूत्रों की मानें तो पुलिस ईनामी अभियुक्त प्रतिभा को गिरफ्तार करना ही नही चाहती थी,जो भी कार्यवाहियां हो रही थी वह सब महज दिखावे के लिए साबित होती नजर आ रही है, देखो अब पुलिस सरेंडर कर जेल गई प्रतिभा के पुलिस कस्टडी रिमांड के लिए कोर्ट से मांग भी करती है या नही ,यह भी अहम सवाल है,इस मामले में अभी प्रतिभा के बेटी व अन्य की भी तलाश जारी होना बताया जा रहा है,लेकिन उनके लिए पुलिस का प्रयास बिल्कुल ही फेल साबित दिख रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रतिभा सरेंडर करने के लिए जिस वाहन से कोर्ट आई थी,वह भी किसी भाजपा नेता की ही फॉर्च्यूनर बताई जा रही है, जिसका सच कोर्ट सुरक्षा को लेकर लगे सीसीटीवी कैमरे से जाना जा सकता है,ऐसे में इतने गम्भीर आरोप से घिरे होने के बाद भी एक आरोपी की मदद किसी भाजपा नेता के जरिये करना कई सवाल खड़े कर रहा है। यही नही प्रतिभा ने इस दौरान गेरुए कलर की जैकेट भी पहन रखी थी,जिससे कि रास्ते मे कोई रोक-टोक न हो। इसके अलावा इतने गम्भीर आरोप में वह भी अपनी बेटी से जुड़े मामले में सिर उठाकर बिना किसी खौफ के हंसते-हंसते जेल जाने के पीछे भी किसी प्रभावशाली हस्ती का बैकअप माना जा रहा है,वहीं कोर्ट में सरेंडर करने के बाद बंदियों के लॉकअप में पहुँची प्रतिभा की तलाशी ली गई तो उसके पास से रुपयों की काफी मोटी गड्डी पाई गई,जिसे ज्यादा देखकर लॉकअप कर्मी भुनभुनाने लगे तो प्रतिभा के किसी करीबी को बुलाकर दिया गया। इसके पीछे जेल जाने के बाद वहां मन मुताबिक ऐशोआराम की व्यवस्था कराने को लेकर सुविधा शुल्क की तैयारी की बात मानी जा रही,क्योंकि यह रुपये यदि वकील को केस की पैरवी या किसी अन्य को देना होता तो वह काम पहले ही हो सकता था,लेकिन पहले किसी को नही दिया गया,इसका मतलब साफ है कि जेल व्यवस्था की ही सारी तैयारी की गई थी,फिलहाल अब इसके लिए प्रतिभा को दूसरे रास्ते का ही सहारा लेना पड़ेगा। यही नही अदालत के जरिये न्यायिक हिरासत में जेल भेजी गई लेडी डॉन प्रतिभा उपाध्याय पुलिस की गाड़ी में बैठने के बाद अपने सहयोगियों से यह कहना कि मेरा सामान भेज दीजियेगा,किसी समर्थक ने एक घंटे में सामान भिजवाने की बात भी कही,इतना ही नहीं प्रतिभा ने कहा जैसे हँसते हुये जा रही हूँ वैसे हँसते हुये वापस भी आना चाहिये,ऐसे में उसके कांफिडेंस से सेटिंग-गेटिंग का खेल साफ नजर आ रहा है। फिलहाल अब देखना है कि क्या वास्तव में पुलिस व अन्य जिम्मेदार अफसर लेडी डॉन जैसा सोच रही है वैसा ही बर्ताव उसके मामले में करेंगे या फिर अपने पद व विभाग की साख बचाने के लिए सारी मोह-माया छोड़कर सिर्फ अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे,यह अहम विषय है।

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