राजीव गांधी को अपने हाथों से कंदमूल खिलाने वाली गरीब बल्दी बाई को….

पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न राजीव गांधी के छत्तीसगढ़ प्रवास से जुड़ी अनेक यादें हैं, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता है. ऐसे ही यादगार प्रवासों में वर्ष 1985 में उन्होंने मैनपुर के कमार आदिवासी ग्राम कुल्हाड़ीघाट में बल्दी बाई से मुलाकात कर उनके हाथों से कंदमूल खाया था. यह मुलाकात को भाजपा शासनकाल में भुला दिया गया, लेकिन प्रदेश की कांग्रेस सरकार इस रिश्ते को फिर से जीवंत कर गरीब बल्दी बाई को आर्थिक मदद पहुंचाई है.

प्रदेश के वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने बल्दी बाई को प्रत्यक्ष रुप से सहयोग किया. उन्होंने बल्दी बाई को आर्थिक सहायता के रुप में 25 हजार रुपए और मकान निर्माण के लिए 10 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी है. इसके साथ ही मंत्री अकबर बल्दी बाई की हाल-चाल समय-समय पर उनसे मिलने आने वाले लोगों लेते रहते हैं.

बता दें कि लगभग 35 वर्ष पूर्व 17 जुलाई 1985 को देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी अपने पत्नी सोनिया गांधी के साथ मैनपुर विकासखण्ड के कमार आदिवासी ग्राम कुल्हाडीघाट पहुंचे थे, उस वक्त राजीव गांधी ग्राम में लगभग एक घंटे रूककर यहां के ग्रामीणों के घरों में जाकर उनके यहां कंदमूल का सेवन किया था, और इस गांव को गोद लिया था.

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