अजीत हत्याकांडः माफिया कुंटू के सात खास गुर्गों की पुलिस को तलाश, ताबड़तोड़ छापेेमारी जारी

पूर्व विधायक सर्वेश सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की लखनऊ में हुई हत्या के बाद सुर्खियों में आया डी-11 गैंग का सरगना ध्रुव कुमार सिंह कुंट जेल में रहकर हत्या कराने का माहिर माना जाता है।

आजमगढ़. पूर्व विधायक सर्वेश सिंह हत्याकांड के मुख्य गवाह हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की लखनऊ में हुई हत्या के बाद सुर्खियों में आया डी-11 गैंग का सरगना ध्रुव कुमार सिंह कुंट जेल में रहकर हत्या कराने का माहिर माना जाता है। जेल में रहते हुए ही उसने पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू और जेलर दीप सागर की हत्या करायी थी।

कुंटू के खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर चुका है

कुंटू किसी भी जेल में रहे लेकिन वह गैंग का संचालन ऐसे करता है जैसे जेल में भी उसी की सत्ता हो। अजीत की हत्या के बाद प्रशासन न केवल सकते में है बल्कि कुंटू के खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर चुका है।

गुरुवार को प्रशासन ने जहां कुंटू का अवैध रूप से बना मकान जमींदोज करा दिया वहीं उसके सात गुर्गों की तलाश में छापेमारी भी शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि अब प्रशासन का सीधा टार्गेंट डी-11 गैंग है। उसे समाप्त कर प्रशासन कंुटू के नेटवर्क को नस्तेनाबूत करना चाहता है।

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बता दें कि आजमगढ़ जेल में बंद ध्रुव कुमार सिंह उर्फ कुंटू यूपी का टापटेन अपराधी है। वह जेल में रहकर बाहर हत्याएं कराने में माहिर है। जेल में रहते हुए ही उसने 2005-06 में जेलर दीप सागर की हत्या दिन दहाड़े उनके आवास के सामने करायी थी। जबकि जेलर का आवास कोतवाली और जेल से मध्य मात्र 100 मीटर की दूरी पर था।

कुंटू के खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर चुका है

इस घटना ने प्रशासन ही नहीं सरकार को भी हिलाकर रख दिया था लेकिन प्रशासन कंुटू का नेटवर्क तोड़ने में नाकाम रहा। बल्कि उसका कुंटू के खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर चुका है।

गैंग की मजबूती का ही परिणाम था कि खुद कुंटू जेल में था और 19 जुलाई 2013 को उसने जीयनपुर कोतवाली से 150 मीटर की दूरी पर स्थित पूर्व विधायक सर्वेश सिंह सीपू के आवास के सामने ही दिन दहाड़े उनकी हत्या करा दी। इस दौरान पूर्व विधायक के साथी भरत राय की भी गोली लगने से मौत हो गयी थी।

कुंटू के खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर चुका है

पूर्व विधायक की हत्या के बाद ही कुंटू से अपराध का ककहरा सीखने वाले अजीत सिंह ने उसका साथ छोड़ दिया था और सीपू हत्याकांड में मुख्य गवाह बन गया था। कभी कुंटू के साथ ही अजीत का नाम दो हत्याओं में सामनेे आया था। अब गवाह बनने के बाद कुंटू के खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर चुका है।

कुंटू के खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर चुका है

बुधवार को अजीत की लखनऊ में हत्या कर दी गयी। अजीत की हत्या में भी कुंटू को नामजद किया गया है। वैसे तो इस हत्याकांड की जांच लखनऊ पुलिस कर रही है लेकिन डी-11 गैंग की सक्रियता और आजमगढ़ से ही शूटर लखनऊ जाने के खुलासे के बाद पुलिस अधीक्षक कुंटू के खिलाफ कार्रवाई भी तेज कर चुका है।

एसपी के आदेश पर स्वाट टीम के अलावा अन्य चुनिंदा पुलिसकर्मियों को डी-11 गैंग सात प्रमुख सदस्यों की तलाश में लगाया गया है। इन आरोपियों का लोकेशन लेने के लिए जहां सर्विलांस टीम को एक्टिव किया गया है।

वहीं मुखबिरों का भी सहारा लिया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि कुंटू सिंह के सात प्रमुख साथियों की पहचान की गई है। जो उसके इशारे पर बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हैं। उनकी तलाश में स्वाट टीम के अलावा अन्य थानों की फोर्स लगाई गई है। सर्विलांस सेल के अलावा मुखबिरों का भी सहारा लिया जा रहा। जल्द ही इन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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