लोहिया अस्पताल के कर्मचारी हत्याकांड का पुलिस ने किया बड़ा खुलासा
लखनऊ से लापता लोहिया अस्पताल के कर्मचारी का पुलिस हत्याकांड खुलासा करते हुए 2 महिला समेत 5 लोगो को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक पत्नी ने अपने आशिक समेत अन्य लोगो के साथ इश्क़ में रोड़ा बन रहे पति की करवाई थी प्रोफेसर से हत्या।
लखनऊ। लापता लोहिया अस्पताल के कर्मचारी का पुलिस हत्याकांड खुलासा करते हुए 2 महिला समेत 5 लोगो को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक पत्नी ने अपने आशिक समेत अन्य लोगो के साथ इश्क़ में रोड़ा बन रहे पति की करवाई थी प्रोफेसर से हत्या। हालांकि पुलिस को अभी तक लाश नही मिली है लेकिन पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए 5 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है।
करीब 10 दिन से लापता लोहिया अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी श्रीराम यादव की हत्या का पुलिस ने आखिरकार खुलासा कर 5 लोगो को सलाखों के पीछे भेज दिया। दरअसल पुलिस के मुताबिक 18 दिसम्बर 2021 की शाम से श्रीराम यादव गायब थे और अगले ही दिन उसकी गुमशुदगी की एफआईआर थाने में दर्ज की गई थी लेकिन कार्यवाई न होने के चलते पुलिस के खिलाफ लोहिया अस्पताल के कर्मचारी सड़को पर पैदल मार्च निकालने लगे तभी पुलिस अफसरों की सक्रियता बढ़ी और मामले की जांच के लिए डीसीपी पूर्वी की क्राइम टीम को लगाया गया। मामले की तफ्तीश शुरु हुई तो किस्सा हैरान कर देने वाला सामने आया।
पुलिस के मुताबिक मृतक श्रीराम यादव की गुमशुदगी के दिन ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और ये हत्या किसी और ने नही बल्कि उसकी पत्नी संगीता और उसके आशिक अवशिष्ट कुमार ने रची थी। जिसका साथ अवसिष्ठ के साथी संतोष, सुशील व उसकी प्रेमिका कुंती ने भी उसका इस अपराध में साथ दिया।
दरअसल मृतक श्रीराम यादव और अविशिष्ट के बीच 10 साल पहले की दोस्ती थी मुख्य अभियुक्त अवसिष्ठ पेशे से बाराबंकी ज़िले में राजकीय पॉलीटेक्निक जहांगीराबाद में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है और अक्सर उसका आना जाना उसके घर होता रहता था लेकिन साल 2016 अचानक श्रीराम की पत्नी से उसका प्रेम-प्रसंग हो गया और धीरे-धीरे नजदीकियां दोनो के बीच बढ़ती चली गयी, और दोनों के बीच गहरा प्यार हो गया।
प्यार के बीच रोड़ा बन रहे अपने पति श्रीराम को हटाने के लिए संगीता ने अपने प्रेमी प्रोफेसर के साथ मिलकर प्लान बनाया और तब शुरू हुई ‘लव with डेथ’ की खौफनाक कहानी। मृतक श्रीराम यादव अपनी एसेंट कार बेचना चाहता था और इसी का फायदा उठा कर हत्या की प्लानिंग रची गयी और तभी मुख्य अभियुक्त अवसिष्ठ कुमार के साथी संतोष,सुशील व कुंती को गाड़ी का कस्टमर बनाकर भेजा तभी उसकी कार कुछ दूरी तक चलाने कर नाम पर इंदिरा नहर के किनारे ले गए और कार में ही श्रीराम यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गयी और फिर उसकी लाश को इंदिरा नहर में फेंक दिया गया
इस हत्याकांड को अंजाम देने के लिए मुख्य प्रोफेस्सर अविशिष्ट कुमार ने अपने सहियोगी को 5 लाख रुपये का कॉन्ट्रैक्ट दिया था और जिसमे से उसने 1 लाख एडवांस व तमंचा व पिस्टल भी दिया था। पुलिस ने मृतक की पत्नी संगीता,अवसिष्ठ कुमार,संतोष कुमार,सुशील कुमार व कुंती को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 32 बोर का एक तमंचा,32 बोर की अवैध पिस्टल, 7 कारतूस व एक ज़िंदा खोका बरामद किया है। पुलिस असलहा सप्लाई कराने वाले इनके अन्य सहीयोगी डीके सिंह की तलाश कर रही है।
देश-विदेश की ताजा ख़बरों के लिए बस करें एक क्लिक और रहें अपडेट
हमारे यू-टयूब चैनल को सब्सक्राइब करें :
हमारे फेसबुक पेज को लाइक करें :