मऊ : योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में पुलिस भी नहीं दे रही है लाचार महिलाओं का साथ, मामला दर्ज़ करने में कर रही है आनाकानी

सौतेली माता की चर्चाएं तो आम लेकिन सौतेले पिता की कहानी शायद कलयुग में कम सुनने को मिल रही है। धन की लालच में अपने ही पुत्र की हत्या

सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जब यूपी की बागडोर अपने हाथ में ली तो पद ग्रहण के बाद उन्होंने महिलाओं की रक्षा के लिए तत्काल कड़े कानून बनाने का फरमान जारी कर दिया लेकिन साढ़े 4 साल बीतने को है महिलाओं को कितना इंसाफ मिल रहा है। यह तो जनपद मऊ के चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के मिश्रौली नासिर पुर ग्राम सभा की रहने वाली लाचार असहाय उमा चौबे ही बखूबी बयां कर रही है। जबकि उमा चौबे ने मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी अपनी शिकायत कर दी है। इसके बाद भी आज तलक योगी की पुलिस इंसाफ दिलाने के बजाय हाल-चाल तक नहीं ली।

 

सौतेली माता की चर्चाएं तो आम लेकिन सौतेले पिता की कहानी शायद कलयुग में कम सुनने को मिल रही है। धन की लालच में अपने ही पुत्र की हत्या कर देना यह आरोप चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के नसीरपुर तिवारीपुर गांव निवासी स्वर्गीय रमेश चौबे की पत्नी उमा चौबे ने अपने ही ससुर दिवाकर चौबे पर भाकर चौबे देवर कमलेश,सवैश चौबे पर लगाया उमा चौबे का कहना है कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि मेरे पति आत्महत्या नहीं कर सकते कारण कि मैं उनके साथ 33 साल से हर सुख दुख में साथ साथ रही हूं, मेरे पति की हत्या की गई?

उमा चौबे ने कहा कि मेरी मां का देहांत हो जाने के कारण मैं अपने मायके 22 अपैल को चली आई इसी दौरान 1 जुलाई को घर पर बंटवारे को लेकर विवाद खड़ा हो गया इसी दौरान 112 नंबर पीआरबी पुलिस बुलाई गई मामला किसी तरह से रफा-दफा हुआ इसके बाद सुबह मेरे पति की लाश फंदे से लटकी मिली गंभीर आरोप लगाते हुए उमा चौबे ने बताया कि मेरे पति की मृत्यु की सूचना मेरे घर वालों ने नहीं दी नाही पुलिस में बल्कि जब शव पोस्टमार्टम के लिए जा रहा था। तो मेरे गांव के लोगों ने मुझे इस बात से अवगत कराया कि आप का सुहाग उजड़ चुका है।

रिपोर्ट – रामअवतार उपाध्याय

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