रामपुर : सवा करोड़ की नशीली दवाईयों का जखीरा पुलिस ने पकड़ा, मुनाफे के साथ लगभग कीमत 5 करोड़

कब्जे से 2,75,000 टेबलेट और 9,50,000 के करीब कैप्सूल लगभग 100000 इंजेक्शन और 2,000 से अधिक सिरप मौके से बरामद किया

कम कीमत में खरीदकर ज्यादा मुनाफे में सप्लाई

रामपुर की शहजादनगर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। जहां शहजाद नगर पुलिस, एसओजी टीम और ड्रग डिपार्टमेंट की संयुक्त टीम ने अवैध रूप से दवाइयों का कारोबार करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने ऐसे 11 लोगों को गिरफ्तार किया जो फर्जी तरीके से दवाइयों को कम कीमत में खरीदकर उन्हें कई गुना ज्यादा मुनाफे के साथ महंगा कर कर मार्केट में सप्लाई करते थे।

पुलिस के अनुसार अंतर्राज्यीय गैंग के 11 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिनके पास से लगभग सवा करोड़ की दवाइयां इंजेक्शन सीरप बरामद हुए है। जिन्हें यह मार्केट में मुनाफे के साथ लगभग 5 करोड़ से ज्यादा कीमत पर बेचते। गिरफ्तार 11 अभियुक्तों में सभी फर्जी मेडिकल संचालक थे |

इसमें आगरा मुरादाबाद संभल रामपुर सभी जनपदों में यह लोग अपना फर्जी मेडिकल स्टोर चला रहे थे। मुरादाबाद से गिरफ्तार अभियुक्त के पास फार्मासिस्ट की डिग्री भी है मेडिकल वैध होने के बावजूद भी वह इन दवाइयों को सप्लाई करता था। इसलिए उसे भी गिरफ्तार किया गया है। आगे इस मामले में करीब 30 लोगों के नाम और प्रकाश में आए हैं जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है।

उत्तराखंड में भी सप्लाई, 6 लेवल पर अलग-अलग प्राइस

इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया आज जनपद रामपुर में शहजाद नगर पुलिस एसओजी टीम और ड्रग्स विभाग के संयुक्त टीम के द्वारा बहुत ही अच्छा काम किया गया है। जिसमें अंतर्राज्यीय गैंग जोकि नशीली दवाओं का काम करता था। उसके 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है |

यह लोग आगरा से इनकी कड़ी जुड़ी हुई है आगरा में पिछले वर्ष एक गैंग पकड़ा गया था। इसी तरह उसी के क्रम में यह लोग आज पकड़े गए है। उनसे जब पूछताछ किया तो जानकारी प्राप्त हुई कि यह लोग आगरा से ब्लैक में दवाई लेकर आते थे। दवाएं सब ओरिजिनल हैं लेकिन यह लोग बिना बिल के जो इनका मार्केट प्राइस है उससे कम प्राइस में उसको लेकर और अलग-अलग लेवल पर 6 कड़ी मिली है। अभी तक इनकी 6 लेवल पर अलग-अलग प्राइस बढ़ाकर इसको बेचते थे।

उदाहरण के तौर पर एक इंजेक्शन जो मिला है उसका क्रय मूल्य लगभग ₹14 के करीब है और सातवें आठवें चरण पर जो कंजूमर उसका प्रयोग करता था। उस तक पहुंचते-पहुंचते यह इंजेक्शन ₹300 का हो जाता था। यह सब व्यापार जो है आगरा से या मुरादाबाद से पूरे मंडल में चल रहा था। इस मंडल के अलावा यह उत्तराखंड में भी सप्लाई करते थे।

कंडक्टर ड्राइवर से सांठगांठ

यह लोग अपना माल सप्लाई करने के लिए अपने भी वाहन का इस्तेमाल नहीं करते ज्यादातर बस का इस्तेमाल करते थे। सरकारी बसों से यह लोग कंडक्टर ड्राइवर से सांठगांठ करके उनको कुछ उत्कोष देकर वह सामान वहां रख देते थे। जहां पर डिलीवरी होनी होती थी उनसे ले लेते थे। इसी क्रम में शहजाद नगर थाना क्षेत्र में कल एक व्यक्ति को जब गिरफ्तार किया गया। तो उसके कब्जे से कुछ पेटियां बरामद हुई इस सूचना पर जॉइंट टीम हमारी ड्रग्स विभाग के साथ काम कर रही थी। उसे जब हिरासत में लिया गया पूछताछ की गई तो उसके द्वारा बताया गया कि वह पास ही खंडहर पड़े एक मकान से यह तो दवाइयों की जो बाट है वहां से होती है।

इस सूचना हमारी पुलिस के द्वारा जब दबिश दी गई तो इन 11 व्यक्तियों को कुल मिलाकर गिरफ्तार किया गया जिनके कब्जे से 2,75,000 टेबलेट और 9,50,000 के करीब कैप्सूल लगभग 100000 इंजेक्शन और 2,000 से अधिक जो सिरप है जिनका इस्तेमाल नशे के लिए किया जाता है वह बरामद हुए हैं।

यह सभी ड्रग्स बिना प्रिसक्रिप्शन के नहीं बिकते हैं लेकिन यह बिना किसी बिल के और फर्जी मेडिकल स्टोर से बेटे जा रहे थे | जितने लोग पकड़े गए हैं उनमें से सभी या तो कोई फर्जी मेडिकल स्टोर खोले हुए था या फिर इन लोगों ने कभी ना कभी किसी वैध मेडिकल स्टोर पर बतौर एम आर बतौर सेल्समैन काम किया है इनमें से एक अभी खुद का मेडिकल स्टोर खोलने की भी तैयारी कर रहा था।इनकी जो मार्केट प्राइस है वह सवा करोड़ के करीब है लेकिन जैसे यह लोग बेचते थे उसके हिसाब से इसकी कीमत 5 करोड से अधिक की है।

 

अंकित मित्तल (पुलिस अधीक्षक,रामपुर)

 

रिपोर्टर : सफ़दर हसन

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