कासगंज : इस वजह से जिले में 15 अगस्त को तिरंगा यात्रा निकलने पे पुलिस प्रशासन ने लगाई रोक

इसके साथ ही अगर किसी ने बिना अनुमति के तिरंगा यात्रा निकालने की कोशिश की तो उसके ख़िलाफ़ कड़ी कारवाई होगी।

15 अगस्त को जहां एक तरफ पीएम मोदी दिल्ली में लाल किले पे तिरंगा फ़ेरायेंगे, तो वहीं दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले में पुलिस प्रशासन ने इलाके में कहीं पे भी तिरंगा यात्रा निकालने पे पूर्णतः रोक लगा दी है। कासगंज में कोई भी किसी भी प्रकार की तिरंगा रैली नहीं निकल सकता है। प्रशासन ने इसके पीछे की वजह 2018 में 26 जनवरी को भड़के दंगों को बताया है।

2018 में तिरंगा यात्रा के बाद हुई बड़े पैमाने पर हिंसा और सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। इन्हीं दंगों में चंदन गुप्ता नाम के युवक को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

वहीं कासगंज के एसपी रोहन पी बोत्रे के नेतृत्व में कासगंज की गलियों में पुलिस लगातार फ्लैग मार्च कर रही है और ड्रोन कैमरे से चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है। इसके साथ ही अगर किसी ने बिना अनुमति के तिरंगा यात्रा निकालने की कोशिश की तो उसके ख़िलाफ़ कड़ी कारवाई होगी।

जिले में स्वतंत्रता दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा और तिरंगा भी फहराया जाएगा लेकिन किसी भी प्रकार की तिरंगा यात्रा निकालने पर रोक रहेगी।

जिले का पुलिस प्रशासन मुस्तेद

15 अगस्त को देखते हुए और 26 जनवरी 2018 से सबक लेते हुए पुलिस प्रशासन ने सारी तैयारियां कर ली है। कासगंज पुलिस और प्रशासन ने कमर कस ली है। कासगंज में शांति व्यवस्था भंग करने की आशंका में पुलिस ने अभी तक 72 लोगों को पाबंद किया है।

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