कानपुर में हुई हिंसा को लेकर पुलिस प्रशासन ने सभी धर्म के धर्म गुरुओं के साथ कलेक्ट्रेट में की बैठक

कानपुर में हुई हिंसा को लेकर डीएम एसएसपी ने सभी धर्म के धर्म गुरुओं के साथ की बैठक, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी व ध्वनि प्रदूषण जैसे मुद्दों पर हुई बैठक

अलीगढ़ कानपुर में हुई हिंसा को लेकर डीएम एसएसपी ने सभी धर्म के धर्म गुरुओं के साथ की बैठक, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक टिप्पणी व ध्वनि प्रदूषण जैसे मुद्दों पर हुई बैठक, इस दौरान सभी धर्म गुरुओं ने अपने अपने विचार रखे, सिविल लाइन थाना इलाके जिला कलेक्ट्रेट में हुई बैठक।

एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जानकारी देते हुए बताया है, पीस कमेटी की बैठक मेरे और जिला अधिकारी के द्वारा आज कलेक्ट्रेट में की गई है, एसएसपी ने कहा है सभी विषयों पर चर्चा की गई है, चाहे वह ध्वनि प्रदूषण हो, सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालना हो, धार्मिक स्वार्थ बिगड़ता है, इन तमाम विषयों पर चर्चाएं की गई है, एक सामान्य मीटिंग की गई थी जिसमें सभी ने अपने अपने विचार रखे हैं, सभी ने सहयोग किया है।

जिला प्रशासन द्वारा एक बैठक बुलाई गई थी जिसमें तमाम मजहब के लोग शामिल हुए है, बैठक का मकसद था 2006 से अलीगढ़ दंगों से मुक्त हो चुका है इसी तरीके से तालीम और तहजीब का शहर बरकरार रहे, इस दौरान उन्होंने कहा है किसी भी धर्म का कोई भी व्यक्ति क्यों ना हो भावना भड़काने का काम करेगा तो उसके खिलाफ शिकायत देने पर कार्रवाई की जाएगी। शांति सौहार्द को लेकर जिला प्रशासन द्वारा हरी गढ़ में एक मीटिंग का आयोजन किया गया है, सभी धर्मों के धर्मगुरु और शहर के संभ्रांत लोग इस बैठक में मौजूद रहे है, हमें इस बात का ध्यान रखना है कि किसी के भी भड़काने में नहीं आना है, कानपुर की तरह ध्यान नहीं देना जैसे एक बयान को लेकर सभी लोग सड़क पर उतर आए, हमसे प्रशासन ने कहा है,

कोई भी किसी भी धर्म से आएगा अपराध करेगा तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा, इस दौरान मैंने एक सुझाव दिया है, उत्तर प्रदेश सरकार की एडवाइजरी के बाद मंदिर और मस्जिदों से लाउडस्पीकर हट गए हैं, मगर कहीं कहीं अभी भी अजान की आवाज तेज सुनाई दे रही है, अगर यह सभी जगह से हट जाए तो और अच्छा होगा, कोई भी चीज हम अपने भगवान को सुना रहे हैं तो भगवान को सुनाएं पड़ोसी को ना सुनाएं।

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