पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से अब ट्रांसपोर्टरों ने कसी कमर, आम आदमी की टूटेगी कमर !

पेट्रोल-डीजल के रोज बढ़ते दामों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. तो वहीं अब ट्रांसपोर्टरों ने भी आम जनता पर महंगाई का बोझ बढ़ाने का फैसला कर लिया है.

पेट्रोल-डीजल (petrol diesel) के रोज बढ़ते दामों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है. तो वहीं अब ट्रांसपोर्टरों ने भी आम जनता पर महंगाई का बोझ बढ़ाने का फैसला कर लिया है. इसके साथ ही अब ट्रांसपोर्टर माल ढुलाई का भाड़ा बढ़ाने का जल्द ही ऐलान करने वाले हैं. ट्रांसपोर्टरों का कहना है कि, जिस तरह से पेट्रोल-डीजल (petrol diesel) के दाम आसमान छू रहे हैं उससे अब उनके सामने और कोई विकल्प नहीं बच रहा है.

विश्लेषकों का कहना है कि, छोटे ट्रांसपोर्टरों का इस दौर में मार्केट में टिके रहना बहुत मुश्किल है. क्योंकि लगातार तेल कंपनियां कीमतों को बढ़ा रही हैं. बीते साल अक्टूबर से लेकर अबतक पेट्रोल पर 10 और डीजल पर 11 रुपये की बढ़ोतरी हो चुकी है. ऐसे में अब बिना भाड़ा बढ़ाए माल की ढुलाई करना आसान नहीं होगा.

बता दें कि, डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से इसका असर सब तरफ होने वाला है. जिन उद्योगों में जनरेटर से काम चलता है वहां पर होने वाले उत्पादन में भी दाम की वृद्धि हो सकती है. इसके साथ ही टेलीकॉम कंपनियां अपने टावर को चलाने के लिए डीजल जेनसेट करा इस्तेमाल करती हैं. ऐसे में उनपर भी इसका असर काफी ज्यादा पड़ेगा.

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जब टेलीकॉम कंपनियों पर खर्च का भार बढ़ेगा तो उसकी भरपाई के लिए टैरिफ प्लान में बदलाव हो सकते हैं. वहीं ट्रांसपोर्टरों ने अपना किराया बढ़ा भी दिया है क्योंकि विश्लेषक भी ऐसा मान रहे हैं.

ट्रांसपोर्टरों ने प्रमुख रूटों पर माल भाड़े में .75 फीसदी की बढोतरी जनवरी में की थी. लेकिन उसके बाद फरवरी में फिर से 6 से 8 फीसदी का भाड़ा बढ़ाया गया. गौरतलब है कि, जब पेट्रोल-डीजल (petrol diesel) के दाम बढ़ रहे हैं तो ट्रांसपोर्टर भी माल भाड़े की कीमतों में वृद्धि करेंगे. ऐसे में सामानों की कीमत भी बढ़ेगी.

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