चंदौली- डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की हालत बिगड़ी, परिजनों ने काटा बवाल…

चंदौली- डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की हालत बिगड़ी, परिजनों ने काटा बवाल...

patient condition deteriorated doctor negligence Chandauli:- खबर चंदौली के पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर से है। जहाँ डॉक्टर की लापरवाही से मरीज की हालत बिगड़ने के बाद डीडीयू नगर के रवि नगर स्थित प्रभावती मेमोरियल हॉस्पिटल में मरीज के परिजनों ने जमकर बवाल काटा।

patient condition deteriorated doctor negligence Chandauli:-

दरअसल मरीज के परिजन शिवजी प्रसाद का आरोप है कि पंडित कमलापति त्रिपाठी जिला संयुक्त चिकित्सालय में तैनात डॉ अनिल सुमन ने अपने रविनगर स्थित प्रभावती हॉस्पिटल में विगत 26 मई को उनके उनकी पुत्री के अपेंडिक्स का ऑपरेशन किया था।

जिसके लिए डॉ अनिल सुमन ने 50 हजार रुपये जमा कराए थे।ऑपरेशन के बाद से उनकी बेटी की हालत में सुधार होने के बजाय तबियत बिगड़ती गई। इसके बाद डॉ अनिल सुमन ने मरीज को डॉक्टर प्रदीप गुप्ता के कैलाशपुरी स्थित हॉस्पिटल में रेफर कर दिया। दो-तीन दिन तक प्रदीप गुप्ता के अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद भी जब कोई आराम नहीं मिला तो मरीज के परिजन उसे लेकर वाराणसी के पॉपुलर अस्पताल गए।

अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद मरीज को कोई आराम नहीं मिला

  • जहां एक सप्ताह के इलाज के बाद हालत में थोड़ी सुधार आई।
  • लेकिन अस्पताल से घर वापस आते ही पुनः मरीज की तबीयत खराब होने लगी।
  • हालात में सुधार न होता देख शिव जी प्रसाद अपनी पुत्री को लेकर वाराणसी के करीब आधा दर्जन अस्पतालों में जांच व उपचार कराया।
  • अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद मरीज को कोई आराम नहीं मिला।
  • तो वे लोग पुनः मरीज को लेकर डॉ अनिल सुमन के प्रभावती मेमोरियल अस्पताल पहुंचे।
  • जहां मौजूदा अनिल सुमन ने मरीज के परिजनों से बदसलूकी की और अस्पताल से बाहर निकाल दिया।
  • काफी मिन्नत करने के बाद डॉ अनिल सुमन ने बेहोशी की हालत पड़ी किशोरी को देखने को राजी हुए।
  • लेकिन इस दौरान डॉ अनिल सुमन ने बहुत ही बेरहमी से चेस्ट के समीप दबाव डाला।
  • जिससे सूजन आ गया और उसे कई उल्टियां भी हुई।
  • इसके बाद वे लोग आनन-फानन में मरीज को लेकर वाराणसी के सिंह हॉस्पिटल पहुंचे।
  • जहां दो-तीन दिनों तक इलाज कराने के बाद जब हालत में थोड़ा सुधार आया।
  • मरीज के परिजनों ने डॉ अनिल सुमन के प्रभावती मेमोरियल हॉस्पिटल पहुंचकर हंगामा किया।

मामला बिगड़ता देख अस्पताल के बाहर लगा हुआ बोर्ड हटा दिया

  • मामला बिगड़ता देख डॉ अनिल सुमन ने अस्पताल के बाहर लगा हुआ बोर्ड हटा दिया।
  • अपने अस्पताल में ऑपरेशन न होने की बात करते हुए कहा कि जिला अस्पताल का डॉक्टर हूं।
  • मैंने जिला अस्पताल में ऑपरेशन किया है।
  • यहां कोई अस्पताल नही है न मैं मरीज देखता हूं।
  • जबकि मरीज के परिजनों ने बताया कि वे लोग कमलापति अस्पताल नहीं गए थे।
  • और ऑपरेशन अपने प्रभावती मेमोरियल अस्पताल में ही किया गया।
  • जबकि मौके पर डॉ अनिल सुमन के निजी अस्पताल प्रभावती मेमोरियल में 2 मरीज भर्ती मिले।
  • जिनके परिजनों ने बताया कि वे लोग दो-तीन दिनों से अपने मरीज को लेकर अनिल सुमन के निजी अस्पताल में भर्ती हैं।

सरकारी अस्पताल का डॉक्टर अपना निजी चिकित्सालय खोल कर रहा इलाज

  • ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि सरकारी अस्पताल का डॉक्टर अपना निजी चिकित्सालय खोलकर खुलेआम प्रैक्टिस कर रहे हैं।
  • और सरकार से नॉन प्रैक्टिस एनाउंस भी ले रहे हैं।
  • रविनगर स्थित प्रभावती मेमोरियल हॉस्पिटल के संचालक डॉ अनिल सुमन की शातिराना हरकत तब उजागर हुई।
  • जब मरीज के परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन से लेकर अब तक मरीज भर्ती व दवाओं के पर्ची पर कहीं प्रभावती मेमोरियल का पैड या डॉ अनिल सुमन के नाम का इस्तेमाल ही नही हुआ।
  • अब देखने वाली बात यह होगी की सरकारी अस्पताल से डॉक्टर अपने निजी अस्पतालों में मरीज भर्ती से लेकर ऑपरेशन तक किसके आदेश से कर रहे है।और अब तक हुए हैं।
  • स्वास्थ्य महकमा ऐसे चिकित्सकों के खिलाफ क्या कार्रवाई करता है।

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