35 साल के भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने क्रिकेट को कहा अलविदा, बताई ये वजह…

भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने 35 साल की उम्र में क्रिकेट को अलविदा कह दिया है।

भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने 35 साल की उम्र में क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। 2018 में टीम इंडिया के लिए आखिरी बार खेलने वाले पार्थिव पटेल ने क्रिकेट के सभी प्रारुपों से सन्यास का ऐलान कर दिया है। उन्होंने बुधवार को ट्वीट कर यह जानकारी दी।

17 साल की उम्र में पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने किया था डेब्यू

साल 2002 में इंग्लैंड दौरे पर महज 17 साल की उम्र में बाएं हाथ के बल्लेबाज पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) ने टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। पार्थिव पटेल इस साल आईपीएल में आरसीबी का हिस्सा थे, लेकिन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं दिया गया।

भारत के लिए पार्थिव पटेल (Parthiv Patel) का प्रतिनिधित्व

35 साल के पार्थिव पटेल ने भारत के लिए 25 टेस्ट मैच, 38 एकदिवसीय मैच और दो टी-20 इंटरनेशनल में प्रतिनिधित्व किया। जनवरी 2018 में उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग में खेला था।

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ट्विटर और इंस्टाग्राम पर Parthiv Patel ने किया पोस्ट

3 महीने बाद अपना 36वां जन्मदिन मनाने जा रहे पार्थिव ने ट्विटर और इंस्टाग्राम पर अपने पोस्ट में लिखा, ‘मैं आज अपने 18 साल लंबे क्रिकेट करियर को अलविदा कह रहा हूं। बीसीसीआई ने मुझ पर भरोसा जताते हुए 17 साल की उम्र में ही टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका दिया। बीसीसीआई ने जिस तरह से मेरा साथ दिया है उसके लिए मैं हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा।’

पार्थिव ने उन सभी कप्तानों को धन्यवाद कहा, जिनकी अगुवाई में वह टीम इंडिया के लिए खेले। सौरव गांगुली को खासतौर से शुक्रिया अदा करते हुए पार्थिव पटेल ने लिखा, ”दादा का मैं हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा। एक कप्तान के तौर गांगुली ने हमेशा मेरा साथ दिया और उनके साथ खेलना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही।”

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क्रिकेट से सन्यास लेने का ऐलान

परिवार को वक्त देने के लिए पार्थिव पटेल ने क्रिकेट से सन्यास लेने का ऐलान किया है। उनका कहना है कि वह एक क्रिकेटर के तौर पर अपनी जिंदगी को जी चुके हैं और उन पर पिता के तौर पर कुछ जिम्मेदारियां हैं, जिन्हें अब वह पूरा करना चाहते हैं।

हालांकि, अब वे कमेंट्री, कोचिंग और अन्य चीजों के साथ जुड़े रह सकते हैं। इसके अलावा अगर उनको किसी विदेशी लीग में खेलना होगा तो वे खेलने के पात्र हो जाएंगे, क्योंकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ उन खिलाड़ियों को किसी भी विदेशी लीग में खेलने के लिए अनुमति नहीं देती है जो कि किसी भी तरह से भारतीय क्रिकेट का हिस्सा हों।

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