गोंडा : जिले के पंचायत भवन की हालत खस्ता, दबंगों ने कर रखा है भवन पे कब्जा

अवैध कब्जा जमाए हुए व्यक्ति दयाल ने बताया कि उसके पास रहने के लिए आवास नहीं है। मजूबरी में वह पंचायत भवन में अपने परिवार के साथ रह रहा है।

गोण्डा में पंचायत भवन या ग्राम सचिवालय के हालात किसी से छुपे नहीं है, आधे से ज्यादा पंचायत भवन या तो तबेले में तब्दील हो गए है य तो गांव के दबंगों द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया। ऐसा ही एक पंचायत भवन परसपुर विकास खण्ड के बसंतपुर आटा गांव में है।

इस पंचायत भवन में दयाल नामक एक व्यक्ति अपने पूरे परिवार सहित कब्जा जमाए हुए है। लेकिन इसे हटाने का प्रयास न तो ग्राम प्रधान व विकास खण्ड के अधिकारियों द्वारा किया जा रहा। इस व्यक्ति का सरकारी भवन पर पिछले 10 सालों से कब्जा है।

यही नहीं पिछले ही वर्ष यहां के पूर्व प्रधान द्वारा ग्राम पंचायत के बजट से इस भवन का जीर्णोद्धार कराया गया। पूर्व प्रधान द्वारा ग्रमीणों से यह भी कहा गया कि पंचायत भवन के जीर्णोद्धार के बाद यहां पर इस भवन में ग्रमीणों की बैठक होगी और गांव के विकास कार्यो पर चर्चा होगी। लेकिन जीर्णोद्धार के बाद भी दयाल का कब्जा बरकरार है। ग्रामीणों का कहना पिछले 10 सालों से यहां एक भी बैठक नहीं की गई है।

ग्रमीणों का कहना है कि वर्तमान प्रधान व पूर्व प्रधान वोट बैंक के कारण इस पंचायत भवन को खाली नहीं करा रहे है। जिस व्यक्ति ने इस भवन पर कब्जा कर रखा है वह पिछड़ी जाति से आता है और इस जाति के गांव में करीब 2200 वोटर है इन्ही वोटरों के कारण कोई भी प्रधान पंचायत भवन को खाली नहीं कराता है और न ही खाली कराने का प्रयास करता है। लेकिन अब गांव के जागरूक ग्रमीणों ने इसे खाली कराने का जिम्मा उठाया गया और इसकी शिकायत परसपुर विकास खण्ड के अधिकारियों से की गई है।

अवैध कब्जा जमाए हुए व्यक्ति दयाल ने बताया कि उसके पास रहने के लिए आवास नहीं है। मजूबरी में वह पंचायत भवन में अपने परिवार के साथ रह रहा है। अगर उसे आवास उपलब्ध कराया जाता है तो इसे छोड़ देगा। वहीं जिले के मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने अबैध कब्जे की जानकारी होते ही वीडियो परसपुर को तत्काल ग्राम सचिवालय को खाली कराने का आदेश दिया है।

रिपोर्ट – शिवा नन्द मिश्रा

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