कौशांबी: चौकी इंचार्ज की महिला से बदसलूकी कहा- मेरा कोई कुछ नही कर पायेगा….

सत्ता किसी की भी रही हो लेकिन कौशांबी पुलिस हमेशा अपने हिसाब से इंसाफ देती हैं। एसपी अभिनन्दन के लाख कोशिशों के बाद भी पुलिस में कोई बदलाव नज़र नही आ रहा हैं।

सत्ता किसी की भी रही हो लेकिन कौशांबी पुलिस हमेशा अपने हिसाब से इंसाफ देती हैं। एसपी अभिनन्दन के लाख कोशिशों के बाद भी पुलिस में कोई बदलाव नज़र नही आ रहा हैं। चौकी इंचार्ज मिश्रीलाल के बाद नारा चौकी इंचार्ज (Outpost incharge) का महिला से बदसलूकी का कथित ऑडियो इन दिनों वायरल हो रहा हैं।

आम पब्लिक मोबाइल बंद रखो या फिर बाहर रख कर आओ

पीड़ित महिला का कसूर सिर्फ़ इतना था कि उसने मोबाइल चालू कर चौकी पहुंची थी। इस बात पर चौकी इंचार्ज उमेश सिंह का पारा गर्म हो गया। उन्होंने हाईकोर्ट का आदेश बताते हुए कहा कि चाहे मीडिया कर्मी हो या फ़िर आम पब्लिक मोबाइल बंद रखो या फिर बाहर रख कर आओ।

ये भी पढ़ें –  गाजीपुर: मैं ब्राह्मण हूं इसलिए हो रही है कार्रवाई – गणेश दत्त मिश्रा

मेरा कोई कुछ नही कर पायेगा

चौकी इंचार्ज ने अपने ठाठ बाठ के बारे में भी बताया, कहा कि मैं कभी सरकारी गाड़ी में नही बैठा, हमारे हमराही या फिर सिपाही सरकारी गाड़ी पर जाते हैं। ये बात सारे अधिकारियों को पता हैं। इतना ही नही गाली-गलौच करते हुए कहा कि फर्जी मुकदमे में बंद कर घर गिरवा दूँगा। मेरा कोई कुछ नही कर पायेगा। चिल्लाती रहना।

लाठी- डंडा और अवैध तमंचा लेकर घर में घुस आए

मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के गंभीरा गांव की रहने वाली सियारानी का गाँव के प्रधान से रंजिश हैं। सियारानी ने आरोप लगाते हुए बताया कि 25 अक्टूबर रात 10 बजे महेश, शिवबाबू, सुनील कुमार लाठी- डंडा और अवैध तमंचा लेकर घर में घुस आए।

जाती सूचक गाली देते हुए मारा-पीटा। इतना ही नही जाते समय देवर का डीजे तोड़ दिया। इसकी लिखित शिकायत पीड़िता ने मंझनपुर कोतवाली में दिया। तो वहां से चौकी जाने के लिये कहा गया। पीड़िता जब चौकी पहोंची तो इंचार्ज ने महिला के साथ बदसलूकी की। जिसका ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा हैं। इस पूरे प्रकरण में पुलिस का कोई भी अधिकारी कैमरे के सामने बोलने से इनकार करते रहे।

रिपोर्ट – सैफ रिज़वी 

Related Articles

Back to top button