आज़मगढ़ में एक व्यक्ति ने कोरोना से जीती जंग

पूरे देश में जहां कोरोना का खौफ फैला हुआ है । वहीं आजमगढ़ जिले में एक 65 वर्षीय व्यक्ति ने कोरोना से जंग जीतकर यह साबित कर दिया है कि इच्छा शक्ति के आगे कोई भी बीमारी नहीं टिक सकती।

पूरे देश में जहां कोरोना का खौफ फैला हुआ है । वहीं आजमगढ़ जिले में एक 65 वर्षीय व्यक्ति ने कोरोना से जंग जीतकर यह साबित कर दिया है कि इच्छा शक्ति के आगे कोई भी बीमारी नहीं टिक सकती। बस हिम्मत नहीं हारने की जरूरत है। जब यह कोविड अस्पताल में भर्ती हुआ तो इसका ऑक्सीजन लेवल 65 से 70 प्रतिशत था और इसका वजन 125 से 150 किलो के बीच में था।

आपको बता दें कि आजमगढ़ जिले के शहर के आरटीओ ऑफिस के रहने वाले 65 वर्षीय रमेश चंद्र पांडे की अचानक तबियत बिगड़ी और उन्हें सिधारी क्षेत्र के नरौली स्थित रामा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जब उन्हें भर्ती कराया गया तो उनका ऑक्सिजन लेबल 65 से 70 प्रतिशत था और उनका वजन 125 से 150 के बीच था।

10 दिन के चले उपचार के बाद वह पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं और कोरोना से जंग जीतकर उन्होंने एक मिसाल कायम किया। इस दौरान गांधीगिरी टीम के सचिव विवेक पांडे, अमित मेहता व वैष्णो उपाध्याय ने भी काफी मदद की और हौसला आफजाई करते रहें।

जिसके बाद रमेश पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर चले गए। रामा हॉस्पिटल के चिकित्सक अमित सिंह ने बताया कि रमेश जब हॉस्पिटल में आए तो उनका ऑक्सीजन लेवल काफी कम था और उनका वजन भी बहुत ज्यादा था इन्होंने एक मिसाल दी है कि अगर मरीज आ जाए और दवाओं के साथ अच्छे से व्यायाम करता रहे, तो कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी उम्र कितनी है, आपका वजन कितना है।

इस कोरोना को हराकर वह अपने परिवार में वापस जा सकता है। उन्होंने कहा कि इस समय भय की स्थिति बनी हुई है, लेकिन मानव इच्छा शक्ति के आगे कोई चीज न टिकी है न टिकेगी, बस हिम्मत नहीं हारना है।

वही कोरोना से जंग जीत चुके रमेश चंद्र पांडे का कहना है कि वह दवा के साथ साथ नियमित व्यायाम कर रहे थे और उन्होंने कोरोना से जंग जीत लिया, जिसके लिए उन्होंने अस्पताल के चिकित्सकों के साथ ही सामाजिक संगठनों का भी धन्यवाद किया जो उनके साथ खड़े रहे।

रिपोट:- अमन गुप्ता

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