मुख्यमंत्री के निर्देशों को नहीं सुनते अधिकारी – अखिलेश यादव (पूर्व मुख्यमंत्री यूपी.)

Officers do not listen लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है, खासतौर पर लखनऊ की हालत चिंताजनक बनी हुई है। इस महामारी से निपटने के लिए राज्य सरकार कोई नीति नहीं बना सकी है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कई बार अस्पतालों में बेड बढ़ाने का निर्देश दे चुके हैं, लेकिन अधिकारी अनसुना कर रहे है। अगर अधिकारी सरकार के निर्देश का पालन करते और पीजीआई, केजीएमयू व लोहिया चिकित्सा संस्थानों में क्षमतानुरूप कोविड बेड आरक्षित करते तो तस्वीर कुछ और होती।

सपा अध्यक्ष ने बुधवार को कहा कि अब तक प्रदेश में कुल संक्रमित 1,31,935 मरीज मिल चुके हैं। इनमें 2176 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। कोरोना मरीजों के मामले में कुल 22 देश हैं, जहां उत्तर प्रदेश से ज्यादा संक्रमित हैं। इसकी चपेट में मंत्री, विधायक, अधिकारी सभी आ रहे हैं।

  • राजधानी लखनऊ में सबसे अधिक सक्रिय केस है,
  • लेकिन अस्पतालों में बेड सीमित संख्या में ही है।
  • एसजीपीजीआई, केजीएमयू और राम मनोहर लोहिया अस्पताल के पास काफी बेड है,
  • लेकिन कोरोना मरीजो के लिए चंद बेड ही आरक्षित किये गये है।
  • लखनऊ में सबसे अधिक भार निजी मेडिकल कॉलेजो पर है।
  • एसजीपीजीआई, केजीएमयू और राम मनोहर लोहिया अस्पताल की बेड क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हो रहा है।

कहा, सरकार के निर्देशों की अवहेलना की जा रही:-

  • अखिलेश ने कहा कि लखनऊ में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है।
  • राजधानी में मंगलवार को 831 नए मरीज मिले।
  • कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या रोगियों की तुलना में काफी कम है।
  • यही कारण है कि सरकार ने निजी अस्पतालों व मेडिकल कालेजों पर मरीजों की भर्ती का दबाव बढा दिया है।
  • कुछ इसी तरह का हाल लखनऊ के अन्य हॉस्पिटलों का भी है।
  • इस वैश्विक महामारी में भी लखनऊ में स्थित सभी हॉस्पिटल अपने दायित्व का निर्वाहन नही कर रहे है।
  • चिकित्सालयों द्वारा सरकार के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है।

Officers do not listen भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान नहीं दिया:-

  • अखिलेश ने कहा कि बड़ी संख्या में संक्रमित रोगियों को चिकित्सा सुविधाओं का लाभ नही मिल पा रहा है।
  • सपा मुखिया ने कहा कि संकट की स्थिति इसलिए भी है.
  • कि भाजपा सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान नहीं दिया।
  • सपा सरकार में जितने मेडिकल काॅलेज बने
  • एमबीबीएस की सीटों में बढ़ोत्तरी हुई भाजपा ने उसके आगे कुछ नहीं किया।
  • 108 और 102 एम्बुलेंस सेवा बर्बाद कर दी गई।
  • आज सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था भी चरमरा गई है।

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