अयोध्या- श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपालदास चांदी की शीला लेकर भूमि पूजन स्थल के लिए रवाना…

Nritya Gopal Das silver sheela Bhoomi Poojan site ayodhya:- अयोध्या- श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपालदास चांदी की शीला लेकर भूमि पूजन स्थल के लिए रवाना…

Nritya Gopal Das silver sheela Bhoomi Poojan site ayodhya:-

इस बीच श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्य गोपालदास अपने आवास से भूमि पूजन स्थल के लिए रवाना हो गए हैं. वो अपने साथ चांदी की शीला लेकर निकले हैं, जिसके साथ मंदिर का शिलान्यास किया जाएगा.

BJP leader Uma Bharti

कुछ ही देर में पीएम नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचेंगे. राम जन्मभूमि परिसर के जिस जगह पर भूमि पूजन होना है उस जगह को भी सजाया संवारा गया है.

खूबसूरत रंगोली के साथ वहां पंडाल और मंच बनाए गए हैं.

Ram Mandir Bhoomi Poojan Ramlala first picture Lord Shri Ram
first picture Lord Shri Ram

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसी जगह वैदिक रीति-रिवाज के अनुसार शुभ मुहूर्त में चांदी की ईंट रखकर शिला पूजन करेंगे.

पीएम मोदी का अयोध्या कार्यक्रम

10.35 को लखनऊ पहुचेंगे।
10.40 को हेलीकॉप्टर से अयोध्या जाएंगे।
11.30 अयोध्या साकेत कॉलेज में।
11.40 हनुमान गढ़ी दर्शन करेंगे।
12.00 बजे राम जन्मभूमि पहुंचेंगे।
10 मिनट रामलला का पूजन दर्शन।
12.15 बजे पारिजात वृक्षारोपण करेंगे।
12.30 भूमि पूजन की शुरुआत।
12.40 आधारशिला की स्थापना।
2.15 को साकेत कॉलेज रवाना।
2.20 को लखनऊ रवाना होंगे।
भूमि पूजन के बाद देश की जनता को संबोधित कर सकते है पीएम मोदी, मोहन भागवत भी करेंगे संबोधन….

21 ब्राह्मणों की टीम करवाएगी भूमि पूजन

  • आज होने वाले भूमि पूजन के कार्यक्रम को पूरा कराने के लिए
  • काशी, अयोध्या, दिल्ली व प्रयागराज के विद्वानों को बुलाया गया है.
  • अलग-अलग पूजा के अलग-अलग एक्सपर्ट हैं.
  • पूरी टीम 21 ब्राह्मणों की है जो अलग अलग तरीकों से पूजा कराएगी.
  • यह एक वक्त में नहीं होगी बल्कि अलग-अलग कालखंड में अलग-अलग ब्राह्मण पूजा कराएंगे.
भूमि पूजन को देखने के लिए लगाई गई है बड़ी-बड़ी स्क्रीन

अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमि पूजन और वहां मौजूद करीब 200 मेहमानों को देखने के लिए बड़ी-बड़ी स्क्रीन लगाई गई हैं.

राम मंदिर के अगुवा रहे लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जैसे कद्दावर नेता आज इस कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल होंगे.

साथ ही पूरे कार्यक्रम का लाइव प्रसारण किया जाएगा, ताकि देश दुनिया के लाखों भक्त इस इतिहास के साक्षी बन सकें.

 

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