देवरिया: अपहरण के बाद 6 साल के मासूम की हत्या, ट्यूशन टीचर के घर शौचालय में मिला शव
दादी आए दिन डांटते रहते थे। ग्रामीणों के अनुसार, कुछ दिन पहले आरोपी जान देने के लिए रेल लाइन के पास पहुंच गया था। पर लोगों ने उसे समझा बुझाकर लौटाया था।
देवरिया : जिले के लार थाना क्षेत्र के हरखौली गांव निवासी गोरख यादव के अपहृत पुत्र संस्कार यादव (6) का शव पुलिस ने गुरुवार सुबह शिक्षक के घर शौचालय से बरामद किया. गांव में कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक के पोते (पौत्र) ने जब घटना की वजह पुलिस को बताई तो वरिष्ठ अधिकारी भी कुछ देर सोचने लगे। पुलिस हिरासत में आरोपी ने कहा कि उसके दादा-दादी उसे हमेशा पब्जी खेलने के लिए डांटते थे. इससे परेशान होकर मैंने उन दोनों को फंसाने के लिए संस्कार की हत्या कर दी, ताकि मुझे सलाखों के पीछे भेजा जा सके। मारने से पहले गांव की दुकान से फेविक्विक खरीदा और लाया। इसके बाद इसे संस्कार के मुंह में चिपका दिया, ताकि कोई शोर न मचा पाए ।
पांच लाख रुपये की व्यवस्था करें
संस्कार यादव तीन बहनों का इकलौता भाई था। गांव के ही नरसिंह शर्मा के घर प्रतिदिन कोचिंग पढ़ने के लिए जाता था। परिजनों के अनुसार संस्कार बुधवार की दोपहर कोचिंग पढ़ने के लिए गया था, लेकिन घर वापस नहीं लौटा। इस पर परिजन घबरा गए और उसकी तलाश शुरू कर दिए, लेकिन उसका पता नहीं चल सका। जब पिता कोचिंग सेंटर पर गए तो जानकारी मिली की संस्कार बुधवार को पढ़ने नहीं आया था।इसके बाद परिजन उसकी तलाश में जुट गए। देर शाम गांव के ही एक खेत में एक पत्र मिला। जिस पर यह लिखा था कि बालक के पिता गोरख यादव पांच लाख रुपये की व्यवस्था करें नहीं तो तुम्हारें लड़के को नहीं छोड़ा जाएगा। यह पत्र मिलते ही परिवार सहित पूरे गांव में हलचल मच गई। घटना की जानकारी परिजनों ने पुलिस को दी।
दादा, दादी से अक्सर मांगता था रुपये
एसपी संकल्प शर्मा रात में ही मौके पर पहुंच गए। पुलिस टीम छात्र की खोजबीन में जुट गई और कोचिंग पढ़ाने वाले शिक्षक के पौत्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने गुरुवार की भोर में सच्चाई उगल दी। उसने बताया कि गायब छात्र का शव शिक्षक के घर के दरवाजे पर स्थित शौचालय में है। पुलिस ने घटना के कारणों के बारे में जानकारी ली तो चौकाने वाली बात सामने आई।आरोपी अरूण शर्मा (18) पबजी खेलने का आदी है। इसके लिए दादा, दादी से अक्सर रुपये मांगता था। इस पर दादा, दादी आए दिन डांटते रहते थे। ग्रामीणों के अनुसार, कुछ दिन पहले आरोपी जान देने के लिए रेल लाइन के पास पहुंच गया था। पर लोगों ने उसे समझा बुझाकर लौटाया था।
संस्कार शोर नहीं मचा पाया
पुलिस सूत्रों के अनुसार जुर्म कबूल करते हुए उसने पुलिस को बताया है कि दादा, दादी को जेल भेजवाने के लिए संस्कार की हत्या कर शव को शौचालय में छिपा दिया था। ताकि दूसरे दिन जब शव मिले तो हत्या का आरोप दादा और दादी पर मढ़ दिया जाए। घटना के दिन जब संस्कार कोचिंग के लिए घर से निकला था तो वह रास्ते में ही उसे मिल गया था।इसी दौरान कुछ देर बात करने के बाद दुकान से फेवीक्विक खरीदकर उसके मुंह में डाल दिया। जिसके कारण संस्कार शोर नहीं मचा पाया। इसके बाद शौचालय में ले जाकर गला दबाकर हत्या कर दिया। पुलिस ने इस मामले में आरोपी सहित कुछ अन्य को भी हिरासत में ले लिया है। जबकि गांव में तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात कर दी गई है।
एसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि घटना का खुलासा कर दिया गया है। जिस शिक्षक के घर छात्र पढ़ता था, उसके पौत्र ने हत्या कर दिया है। इसके बाद शव को शौचालय में छिपा दिया है। मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।
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