विकास दुबे के 2 गुर्गों को मुंबई ATS ने किया गिरफ्तार, दूसरा था बेहद खास

कानपुर. 8 पुलिसवालों की हत्या का मुख्य आरोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को शुक्रवार को पुलिस मुठभेड़ में मारा गया। विकास दुबे के बाद अब यूपी STF ने उनके गुर्गों को शरण देने वालों पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। बताया जा रहा है, मुंबई एटीएस ने मुंबई से विकास दुबे के 2 गुर्गों को गिरफ्तार किया है। मुंबई एटीएएस द्वारा गिरफ्तार किए गए गुर्गों में एक का नाम सोनू तिवारी तो दूसरा गुड्डन त्रिवेदी बताया जा रहा है। बताया जा रहा है गुड्डन त्रिवेदी विकास दुबे का बेहद खास था।

बता दें, इससे पहले शनिवार सुबह कानपुर पुलिस ने विकास दुबे के गुर्गों को शरण देने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार युवकों पर आरोप है कि चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में दो-तीन जुलाई की रात पुलिस बल पर हमले के कई आरोपियों को इन लोगों ने अपने घर में शरण दी। दोनों आरोपी मध्य प्रदेश के ग्वालियर के हैं। इनके ऊपर विकास दुबे के काले कारोबार को आगे बढ़ाने के साथ उसके गुर्गों को शरण देने का आरोप है। पुलिस ने विकास दुबे के दो सहयोगियों ओम प्रकाश के साथ अनिल पांडेय को गिरफ्तार किया है। कानपुर के चौबेपुर थाना की फोर्स ने इनको ग्वालियर से पकड़ा है।

एनकाउंटर से पहले विकास ने बताया कि उसने बिकरू कांड के बाद मौके पर मिली पुलिस से लूटी गईं इंसास, एके 47 रायफलें और पिस्टल अपने अन्य साथियों को दे दी थीं। साथियों से कहा कि इसे रखो, बाद में काम आएंगे। अब तक पुलिस लूटे गए हथियार बरामद नहीं कर सकी है।

बता दें, कानपुर के बिकरु गांव में दो जुलाई की रात को आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर देशभर में सुर्खियों में आया उत्तर प्रदेश का मोस्ट वांटेड गैंगस्टर विकास दुबे गुरुवार सुबह उज्जैन के महाकाल मंदिर परिसर में मिला था। छह दिन की तलाश के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, जिस कुख्यात अपराधी को लेकर कई राज्यों की पुलिस अलर्ट थी, उसकी गिरफ्तारी उतनी ही नाटकीय ढंग से हुई। जिसके बाद कानपुर लाते समय पुलिस मुठभेड़ में मारा गया।

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