मऊ- मुख्तार अंसारी पर जिला प्रशासन का चला एक और हथोड़ा, सामने आया ये वीडियो…

मऊ- मुख्तार अंसारी पर जिला प्रशासन का चला एक और हथोड़ा, सामने आया ये वीडियो...

Mukhtar Ansari another handgun district administration video Mau:- मऊ- मुख्तार अंसारी पर जिला प्रशासन का चला एक और हथोड़ा, सामने आया ये वीडियो…

Mukhtar Ansari another handgun district administration video Mau:-

मऊ

बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी पर जिला प्रशासन का एक और हथोड़ा चला है।

अवैध रूप से सरकारी तथा किसानों की जमीन पर कब्जा करके बनाई गई लाखों रुपए की खाद्य भंडारण गृह एफ सी आई (जो एफसीआई को किराए पर दी गई थी) के बाउंड्री वॉल को गिराने की तैयारी।

जो ग्राम समाज के जमीन पर कब्जा करके बनाया गया है।

इससे पहले लखनऊ के 2 मकानों पर चला था बुल्डोजर

  • माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और उनके परिवार की तमाम अवैध संपत्तियों को जमींदोज करने के बाद अब लखनऊ के जिला प्रशासन ने एक बड़ी कार्रवाई की है।
  • सरकारी संपत्ति पर अवैध कब्जे के आरोप में मुख्तार अंसारी और उनके बेटों उमर अंसारी एवं अब्बास अंसारी पर शत्रु विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
  • लखनऊ के थाना हजरतगंज में ये शिकायत जियामऊ इलाके के प्रभारी लेखपाल सुरजन लाल की ओर से कराई गई है।

एफआईआर में मु्ख्तार अंसारी और उनके बेटों के नाम हैं

  • ये एफआईआर सरकारी संपत्ति पर अतिक्रमण समेत अन्य मामलों के परिपेक्ष्य में दर्ज की गई है।
  • एफआईआर में आईपीसी की धारा 120बी, 420, 467, 468, 471 और सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 1984 की धारा 3 के तहत केस दर्ज कराए गए हैं।
  • एफआईआर में मु्ख्तार अंसारी और उनके बेटों के नाम हैं।
  • इन सभी पर निष्करांत संपत्ति पर अवैध तरीके से कब्जा करने और इसपर नियम विरुद्ध निर्माण कराने समेत अन्य आरोप हैं।
  • इसके अलावा इनपर फर्जी कागजों को तैयार कराने और धोखाधड़ी के चार्ज भी लगाए गए हैं।

सरकारी जमीन पर बना अवैध निर्माण ध्वस्त

  • इससे पहले गुरुवार को ही प्रशासन ने लखनऊ के जियामऊ इलाके में बड़ी कार्रवाई की थी।
  • मुख्तार अंसारी के बेटों उमर और अब्बास अंसारी की दो मंजिला इमारत को ढहा दिया था।
  • आरोप था कि यह इमारत निष्करांत संपत्ति पर अवैध रूप से बनाई गई थी।
  • जिसका लखनऊ विकास प्राधिकरण में मुकदमा भी चल रहा था।
  • इस इमारत को गिराने से पहले एक नोटिस भी भेजा गया था।
  • जिसपर दूसरे पक्ष की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया।

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