मिर्जापुर: साहब…. मैं ज़िंदा हूँ, आदमी हूँ भूत नहीं ….
खुद को जिंदा साबित करने के लिए पिछले 15 वर्षों से कर रहे संघर्ष। राजस्व निरीक्षक और लेखपाल ने खतौनी में मृतक दिखा कर जमीन परिजनों के नाम कर दिया।
मिर्जापुर। खुद को जिंदा साबित करने के लिए पिछले 15 वर्षों से कर रहे संघर्ष। राजस्व निरीक्षक और लेखपाल ने खतौनी में मृतक दिखा कर जमीन परिजनों के नाम कर दिया। डीएम कार्यालय के सामने खुद के जिंदा होने का बैनर लेकर बैठे बुजुर्ग। वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल।
सरकारी कार्यालय और कोर्ट का चक्कर लगा रहे है
यूपी के मिर्ज़ापुर में एक बुजुर्ग खुद को जिंदा साबित करने के लिए पिछले 15 वर्षों से संघर्ष कर रहे है।सरकारी फाइलों में उन्हें मृत करार दे दिया गया है।अब जिंदा रहते खुद को जिंदा साबित करने के लिए वह सरकारी कार्यालय और कोर्ट का चक्कर लगा रहे है।
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सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप
मामला सदर तहसील के अमोई ग़ांव का है जहां के रहने वाले भोला सिंह 56 वर्ष डीएम कार्यालय के सामने हाथों में खुद के जिंदा रहने का बैनर लेकर बैठे वीडियो सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है।
बुजुर्ग भोला सिंह का कहना है कि उन्हें जीवित रहते हुए राजस्व निरीक्षक और लेखपाल ने मृतक करार दे कर उनके हिस्से की जमीन भाई राज नारायण के नाम कर दिया है।
जांच कर पीड़ित को न्याय दिलवाया जाएगा
बार बार शासन प्रसाशन से गुहार लगाने के बाद भी कोई कार्रवाई नही हो रही है।वही मामले में उप जिलाधिकारी का कहना है की इस मामले में जांच कर पीड़ित को न्याय दिलवाया जाएगा।
रिपोर्टर – राजेश कुमार जायसवाल
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