श्री राधा कांत मंदिर वृंदावन पर ब्रज तीर्थ देवालय न्यास की बैठक हुई आयोजित
ब्रज तीर्थ देवालय न्यास की एक अति आवश्यक बैठक श्री राधा कांत मंदिर वृंदावन पर आयोजित की गई, जिसमें ब्रज के प्रमुख देवालायों से पधारे हुए प्रतिनिधियों एवं सेवायतों ने ईशा फाउंडेशन के संस्थापक श्री जग्गी वासुदेव द्वारा मां यशोदा एवं भगवान श्री राधा कृष्ण के प्रति की गई अत्यंत आपत्तिजनक एवं निंदनीय टिप्पणी पर रोष व्यक्त किया
ब्रज तीर्थ देवालय न्यास की एक अति आवश्यक बैठक श्री राधा कांत मंदिर वृंदावन पर आयोजित की गई, जिसमें ब्रज के प्रमुख देवालायों से पधारे हुए प्रतिनिधियों एवं सेवायतों ने ईशा फाउंडेशन के संस्थापक श्री जग्गी वासुदेव द्वारा मां यशोदा एवं भगवान श्री राधा कृष्ण के प्रति की गई अत्यंत आपत्तिजनक एवं निंदनीय टिप्पणी पर रोष व्यक्त किया।
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साथ ही सर्वसम्मति से श्री जग्गी वासुदेव के लिए निंदा प्रस्ताव भी पारित किया गया
बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री मुकुट मुखारविंद मंदिर गोवर्धन के रिसीवर ब्रज भक्त श्री रमाकांत गोस्वामी एवं ब्रजराज श्री दाऊजी महाराज मंदिर बलदेव के रिसीवर श्री आर के पांडेय जी ने कहा कि सनातन धर्म में सर्वोच्च स्थान मां का है।हमारे वेद उपनिषद एवं पुराणों में मां की महिमा का जो बखान किया गया है।
उसके बिल्कुल उलट जग्गी वासुदेव के द्वारा मां यशोदा एवं श्री कृष्ण के प्रति की गई टिप्पणी से हम सब अत्यंत आहत हैं
आचार्य मृदुल कांत शास्त्री , श्री नंदबाबा मंदिर, नंदगांव से पधारे हुए सेवायत गोस्वामी श्री हरि मोहन गोस्वामी जी तथा श्री लाडली जी मंदिर, बरसाना के सेवायत श्री प्रवीण गोस्वामी जी ने कहा कि इस वक्तव्य की जितनी निंदा की जाए उतनी कम है ,मां यशोदा जैसी वात्सल्यमई मां के ऊपर इतना बड़ा आक्षेप लगाना और उन्हें श्री कृष्ण की प्रेयसी ,रासलीला में भाग लेने वाली और श्री राधा रानी से ईर्ष्या रखने वाली बताना अत्यंत प्रामाणिक और निंदनीय कृत्य है।
भागवत आचार्य श्री राजू भैया और श्री अमर बिहारी पाठक जी ने कहा कि इससे संपूर्ण विश्व के करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं धर्म पर प्रवचन करने वाले एक तथाकथित धर्म गुरु के द्वारा इस प्रकार धर्म को कलंकित करने वाला बयान देना अत्यंत निंदनीय कृत्य है।
चंद्र सरोवर से पधारे हुए पूर्ण प्रकाश कौशिक श्री बलभद्र पीठाधीश्वर श्री विष्णु पांडे ने कहा कि इस हेतु एक नियामक बोर्ड का गठन होना चाहिए जिससे इस प्रकार भगवान की निंदा करने वाले व्यक्तियों पर रोक लग सके रासाचार्य पं सौरभ द्विवेदी ,भागवत आचार्य श्री विष्णु सिद्ध ,श्री राधा रमण मंदिर के सेवायत मनोज गोस्वामी एवं श्री सुमित गोस्वामी एवं केसी घाट आरती घाट पीठाधीश्वर पंडित सिद्धार्थ शुक्ला ने कहा कि इस संदर्भ में सरकार को अविलंब श्री जग्गी वासुदेव के विरुद्ध कार्यवाही करनी चाहिए।
अन्यथा संपूर्ण विश्व में प्रभु पर लांछन लगाने वाले इस व्यक्ति का घोर विरोध किया जाएगा
नगर पंचायत ,गोकुल के अध्यक्ष श्री संजय दीक्षित एवं नगर पंचायत,नंदगांव के अध्यक्ष श्री ताराचंद गोस्वामी ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से कुछ प्रस्ताव पारित किए गए..
1 -श्री ब्रज तीर्थ देवालय न्यास की ओर से समस्त पूज्य श्री जगतगुरु शंकराचार्य एवं पूज्य श्री जगद्गुरु वैष्णव आचार्य समस्त अखाडों के पीठाधीश्वर एवं विशिष्ट संत महापुरुषों को इस संदर्भ में प्रत्यावेदन दिया जाएगा एवं उनसे उनकी राय लिखित रूप में एवं वीडियो संदेश के माध्यम से मांगी जाएगी साथ ही समस्त विशिष्ट संत महापुरुषों का हस्ताक्षरित संयुक्त पत्र जग्गी वासुदेव को भेजा जाएगा और उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाएगा साथ ही उनसे अविलंब क्षमा याचना करने को कहा जाएगा।
2- जग्गी वासुदेव के द्वारा क्षमा नहीं मांगने की स्थिति में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ एडवोकेट्स के द्वारा उन्हें लीगल नोटिस दिया जाएगा एवं आवश्यक विधिक कार्यवाही की जाएगी।
3 -समस्त विशिष्ट संत महापुरुषों के साथ संयोजन करते हुए सरकार से वार्ता करके एक ऐसा कानून बनाने के लिए निवेदन किया जाएगा जिससे भविष्य में कोई भी वक्ता इस प्रकार का वक्तव्य देने का दुस्साहस न कर सके।
इस हेतु 5 टीमों का गठन किया गया जो अलग-अलग संत महापुरुषों से संपर्क करके इस कार्य को गति प्रदान करेंगे। इस अवसर पर मोहन सोनी पंडित हीरेश तिवारी, गौतम जी, सीताराम शास्त्री, राजेश किशोर गोस्वामी ,पंडित सुदामा प्रसाद तिवारी ,प्रदीप शास्त्री, राहुल तिवारी ,राजदेव तिवारी, हेमंत पाठक आदि जन श्री कृष्ण गोपाल शर्मा भी उपस्थित रहे।
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