एकला चलो रे… के राह पर मायावती कही ये बड़ी बातें
उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार जिस तरह पिछले डेढ़ दो महीनों से शिलान्यास।लोकार्पण कर रही है उससे लगता है कि चुनाव आने वाले है
उत्तर प्रदेश की बीजेपी सरकार जिस तरह पिछले डेढ़ दो महीनों से शिलान्यास।लोकार्पण कर रही है उससे लगता है कि चुनाव आने वाले है। ये सभी चुनावी एलान हैं। 50% भी वादे पूरे नही किये।ये सिर्फ घोषणाएं करते हैं।ये आधे अधूरे कामो का लोकार्पण कर रहे हैं अगर कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के अपने लंबे शासनकाल में किये गए वादों को पूरा कर लिया होता तो उसे वादे न करने पड़ते।
सपा-भाजपा का अंदर हैं गठजोड़
यूपी में सिर्फ बसपा सरकार ने काम किया। जो मुफ्त राशन बांटा जा रहा है। वो चुनाव बाद बंद हो जाएगा। लोगो को मूर्ख बनाया जा रहा है। सपा से सांठगांठ करके जिन्ना जैसे नए नए साम्प्रदायिक मुद्दे गढ़े जा रहे हैं। जिससे चुनाव में हिन्दू मुस्लिम हो। ये सपा- भाजपा का अंदर अंदर गठजोड़ दिखाता है।
एक बात सर्वविदित है कि इन दोनों पार्टियों की सोच साम्प्रदायिक है। जब सपा सत्ता में रहती है तो भाजपा मजबूत होती है। जब बसपा शासन में होती है तो भाजपा कमजोर होती है। चुनावी वादे करने पर कोई टैक्स नही लगता। ये चुनाव के समय ही बताएगा कि किसमे कितना दम है।
जनता बीजेपी के बहकावे में न आये
जनता इनसे हिसाब करेगी। इनकी जातिवादी, पूंजीवादी, संकीर्ण मानसिकता की सोच दिखाई पड़ती है। इनसे लोग दुखी हैं। कोरोना काल मे लोगो के दुखः किसी से छिपे नही रहे। यूपी की हर विधानसभा के लिए गठित की गई बूथ कमेटियों की समीक्षा बैठक 21 अक्टूबर से शुरू की जाएगी।
बसपा हवाई घोषणा नही करती
बसपा एक एक सीट ओर कई दावेदार दिखाकर हवा हवाई माहौल नही बनाती । हमारी सरकार हवा हवाई घोषणा नही करती थी।पूर्वांचल एक्सप्रेस वे। कुशीनगर एयरपोर्ट। जेवर एयरपोर्ट बनाने का जो भाजपा श्रेय ले रही है।जबकि असलियत में ये सभी बसपा सरकार की योजनाए थीं। बसपा किसी से समझौता नही करेंगे। अकेले चुनाव लड़ेंगे। हमारा गठबंधन सर्वसमाज के साथ है। जिसको मैं निकालती हूं वो अकेला जाता है। बीएसपी का कार्यकर्ता नही जाता। मेरे नेतृत्व में चुनाव लड़ा जा रहा है।और उत्तर प्रदेश की जनता और कार्यकर्ता यही चाहता है कि बहनजी को 5वीं बार मुख्यमंत्री बनाना है।
दिखावे का चोला पहनें हैं योगी
सपा- भाजपा द्वारा 300-400 सीटें जीतने के मामले पर मायावती का बयान- लगता है अब विधान सभा की सीटें 1000 कर देनी चाहिये। “योगी जी को मैं अवगत करा देना चाहती हूं कि आप की तरह मेरा अपना परिवार खुद का नहीं है। उन्होंने दिखावा करने के लिए सन्यासी होने का चोला पहन लिया है लेकिन मैंने ऐसा नहीं किया ।हमने अपनी सरकार में सभी धर्म के लोगों को ज्यादा ध्यान दिया है।योगी जी ने एक धर्म के लोगों के कुछ विशेष जातियों का ध्यान रखा है..” योगी जी और अखिलेश क्या करेंगे उनकी तुलना मुझसे मत कीजिये अभी मैं पार्टी में काम करने के लिए स्वस्थ हूं समय आएगा तब उत्तराधिकारी कौन होगा इसका जवाब भी मिल जाएगा- मायावती
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