8 दिसंबर को ‘भारत बंद’ के आह्वान में किसानों के समर्थन में उतरे कई विपक्षी दल, जनता से की ये अपील…

कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े देशभर के किसान लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 8 दिसंबर को 'भारत-बंद' का ऐलान भी किया है, जिसके समर्थन में कई विरोधी दल भी उतर आएं हैं।

कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े देशभर के किसान (Farmers) लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शन कर रहे किसानों ने 8 दिसंबर को ‘भारत-बंद’ (Bharat Bandh) का ऐलान भी किया है, जिसके समर्थन में कई विरोधी दल भी उतर आएं हैं। समाजवादी पार्टी, आम आदमी पार्टी समेत देश के कई विपक्षी दलों ने किसानों का समर्थन किया है।

कई विपक्षी दलों ने खुलकर किया समर्थन

आपको बता दें कि नए कृषि कानूनों के विरोदश में प्रदर्शन कर रहे किसानों (Farmers) के समर्थन में देशभर के करीब 11 विपक्षी दलों ने खुलकर अपना समर्थन दिया है और अपना बयान जारी किया है। समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, शिवसेना, PAGD, NCP, CPI (ML), CPI, CPM, RSP, RJD, DMK और AIFB ने अपना बयान जारी करते हुए किसानों की मांग पूरी करने और नए कृषि कानून 2020 में संशोधन की मांग की है। अपने बयान में विपक्षी दलों ने कहा कि हम किसानों के साथ खड़े हैं, किसान संगठनों के मौजूदा संघर्ष और उनके भारत बंद (Bharat Bandh) के ऐलान का हम समर्थन करते हैं।

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विपक्षी दलों ने कहा कि संसद में ये कृषि कानून अलोकतांत्रिक तरीके से बनाए गए हैं। इस बिल को लेकर वोटिंग नहीं की और न ही चर्चा की गई। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि भारत की खाद्य सुरक्षा के लिए यह कानून खतरा है और यह हमारे किसान (Farmers) और कृषि व्यवस्था को बर्बाद कर देगा।

राष्ट्रपति से मिलने के लिए मांगा समय

इसके साथ ही इन विपक्षी दलों ने 9 दिसंबर को शाम पांच बजे राष्ट्रपति से मिलने के लिए समय भी मांगा है।

कांग्रेस ने भी Bharat Bandh करेगी समर्थन

कृषि कानूनों के विरोध में भारत बंद (Bharat Bandh) के फैसले का समर्थन करते हुए कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी 8 दिसंबर, 2020 को विभिन्न किसान यूनियनों और संगठनों द्वारा आहूत “भारत बंद” के आह्वान को अपना पूरा समर्थन देते हुए पूरी भागीदारी करेगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कांग्रेस पार्टी ने संसद से सड़क तक तीनों किसान विरोधी काले कानूनों के खिलाफ मज़बूती से लड़ाई लड़ी है।

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कांग्रेस के दिग्गज नेता और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी किसानों (Farmers) के भारत-बंद के ऐलान का खुलकर समर्थन करने की घोषणा की है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘कांग्रेस 8 दिसंबर को भारत बंद (Bharat Bandh) के समर्थन का ऐलान करती है। सभी को पता है कि राहुल गांधी किसान और ट्रैक्टर रैली के जरिए किसानों के हक में आवाज उठा रहे हैं। वह किसानों की आवाज उठाते रहे हैं। देश के हर कोने में सभी कांग्रेसी किसानों के साथ खड़े हैं।’

समाजवादी पार्टी की ‘किसान-यात्रा’

किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोमवार से प्रदेश में किसान यात्रा निकालने की बात कही थी। समाजवादी पार्टी ने ऐलान किया कि उत्तर प्रदेश के हर जिले में सपा किसान यात्रा निकालेगी। सपा ने किसानों के भारत-बंद का भी समर्थन का किया है।

आम आदमी पार्टी ने दिया Bharat Bandh का समर्थन

कांग्रेस, सपा समेत आम आदमी पार्टी ने भी किसानों का खुलकर समर्थन करने की बात कही है। दिल्ली के ट्रांसपोर्ट मंत्री गोपाल राय ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी किसानों के समर्थन की बात कही है। उन्होंने राष्टीय राजधानी में लोगों से अपील की है कि लोग किसानों के समर्थन में प्रदर्शन को सफल बनाएं।

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दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने भी किसानों का समर्थन करने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि “8 दिसंबर को किसानों द्वारा किए गए भारत बंद के आह्वान का आम आदमी पार्टी पूरी तरह से समर्थन करती है। देश भर में शांतिपूर्ण तरीक़े से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता इसका समर्थन करेंगे। उन्होंने सभी देशवासियों से अपील की है कि सब लोग किसानो का साथ दें और इसमें हिस्सा लें।”

किसानों को मिला टीआरएस का भी समर्थन

तेलंगाना में भी किसानों के समर्थन में प्रदर्शन की तैयारी चल रही है। टीआरएस एमएलसी के. कविता ने कहा कि हमने संसद में भी कृषि बिल का विरोध किया था और हम अपना विरोध जारी रखेंगे। किसी भी बिल में न्यूनतम समर्थन मूल्य के प्रावधान का जिक्र नहीं किया गया है। अगर देश में मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी तो किसानों के पास कोई विकल्प नहीं बचेगा। ऐसे में हम किसानों के भारत-बंद के ऐलान का पूरा समर्थन करते हैं।

टीआरएस के अलावा डीएमके, सीपीआई (एम), सीपाआई, एमडीएमके और अन्य पार्टियों ने किसानों के भारत बंद (Bharat Bandh) के ऐलान का समर्थन करने की घोषणा की है।

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शिवेसना ने भी किया Bharat Bandh समर्थन का ऐलान

शिवसेना ने भी किसानों के भारत बंद (Bharat Bandh) के ऐलान के समर्थन का ऐलान किया है। शिवसेना प्रवक्ता व सांसद संजय राउत का कहना है कि किसान अन्नदाता हैं, इसलिए उनके प्रति हमारी नैतिक जिम्मेदारी के नाते देश की जनता को भी किसानों के भारत-बंद में हिस्सा लेना चाहिए। शिवसेना किसानों की मांगों को लेकर और भारत बंद में उनका समर्थन करती है। बता दें कि इससे पहले अकाली दल के नेता ने केंद्र सरकार के सामने किसानों को लेकर रखी गईं मांगों को लेकर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी।

जेएएम का भी मिला समर्थन

किसानों के भारत-बंद (Bharat Bandh) के ऐलान के समर्थन करने का झारखंड की जेएमएम सरकार ने भी ऐलान किया है। सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट कर लिखा, 8 दिसंबर को झारखंड केंद्र सरकार की तरफ से किसानों के बिना विश्वास में लिए नए कृषि कानून बनाने के खिलाफ एक क्रांति का गवाह बनेगा।

कई बड़े नेताओं ने दिया अपना समर्थन

इसक साथ-साथ महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख बालासाहेब थोराट ने कहा कि 8 दिसंबर को बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता एकत्रित होंगे और किसानों के विरोध में प्रदर्शन का समर्थन करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों की मांग जायज है और न्याय होना चाहिए, हम उनके साथ हैं।

इसके अलावा एनडीए में शामिल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के नेता हनुमान बेनीवाल ने किसानों के 8 दिसंबर के भारत बंद(Bharat Bandh) का समर्थन किया है।

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