महोबा : ऐतिहासिक तालाब को बनाया जा रहा अतिक्रमण का शिकार ,सरकार के फरमान हुए फेल
भूमाफियाओं द्वारा कब्जा करने के साथ ही इन तालाबों को दूषित किये जाने का मामला सामने आया है |
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए एंटी भूमाफिया अभियान जनपद महोबा में बेअसर साबित हो रहें है | ऐतिहासिक और प्राचीन तालाबों पर भूमाफियाओं द्वारा कब्जा करने के साथ ही इन तालाबों को दूषित किये जाने का मामला सामने आया है |कुलपहाड़ तहसील के एक गांव में बने प्राचीन तालाब पर किए गए अवैध कब्जे को लेकर ग्रामीणों ने डीएम महोबा से मुलाकात कर शिकायती पत्र सौपा है |
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी महोबा सत्येंद्र कुमार से भूमाफयाओं द्वारा किए गए अवैध कब्जे को कब्जामुक्त कराए जाने की मांग की है |साथ ही साथ उन्होंने कब्जाधारियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की अपील की है ,जिसको लेकर डीएम ने समस्या के जल्द निस्तारण किए जाने आश्वासन दिया है |
कुलपहाड़ तहसील के बैंदों गांव में मशहूर साहित्कार मुंशी प्रेमचंद के एक उपन्यास से जुड़े ऐतिहासिक तालाब को भूमाफयाओं द्वारा निशाना बनाया जा रहा है | तालाब के चारो तरफ अवैध कब्जे करने के साथ ही दूषित जल को तालाब में डाला जा रहा है ,जिसके चलते बैंदों गांव वासियों को खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है |
कई बार मना करने के बावजूद भी समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है ,जिसको लेकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर डीएम महोबा से मुलाकात की है, इसी के साथ ही ग्रामीणों ने जिलाधिकारी महोबा सत्येंद्र कुमार को एक लिखित शिकायती पत्र सौपकर तालाब पर अवैध कब्जा किए लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है ,जिसपर डीएम सत्येंद्र कुमार ने जल्द कार्यवाही करने के साथ ही समस्या के निस्तारण किए जाने का आश्वासन दिया है |
रिपोर्ट – ऋतुराज राजावत
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