Chanakya Niti: अगर बनना चाहते हैं धनवान तो इन 3 बातों को हमेशा रखें याद

आचार्य चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों मे की जाती है।

आचार्य चाणक्य की गिनती भारत के श्रेष्ठ विद्वानों मे की जाती है। बुद्धि और अपनी अच्छी नीतियों के बल पर चंद्रगुप्त को शासक के रूप में स्थापित करने वाले आचार्य चाणक्य (Chanakya) को कूचनीति और राजनीति की अच्छी समझ थी। अपने शत्रुओं पर विजय हासिल करके चाणक्य ने इतिहास की धारा को एक नया मोड़ दिया।

क्षमता और प्रतिभा से जीवन में सफल हुए Chanakya

चाणक्य (Chanakya) ने अपने जीवन में अच्छी और बुरी दोनों परिस्थितियों का सामना किया था, उन्हें भी सफल होने के लिए बहुत अधिक संघर्ष करना पड़ा था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने कभी भी अपना आत्मविश्वास कम नहीं होने दिया और अपने अच्छे गुणों और मजबूत इरादों से चाणक्य ने विपरीत परिस्थितियों में भी अपनी क्षमता और प्रतिभा को साबित किया और जीवन में सफलता हासिल की।

चाणक्य (Chanakya) को कई विषयों को जानकारी थी, अर्थशास्त्र विषय के मर्मज्ञ थे। इसके साथ ही चाणक्य को राजनीति शास्त्र, सैन्य शास्त्र और कूटनीति शास्त्र की भी अच्छी जानकारी थी। उन्होंने अपने जीवन में जो कुछ भी सीखा और समक्षा, उसे अपनी पुस्तक चाणक्य नीति में दर्ज किया।

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चाणक्य (Chanakya) नीति में प्रभावशाली बातों का उल्लेख

आचार्य चाणक्य (Chanakya) ने चाणक्य नीति में बहुत ही प्रभावशाली बातों का उल्लेख किया गया है, जिनको ध्यान में रखकर जीवन की कुछ समस्याओं का समाधान प्राप्त करने और जीवन को सफल बना सकते हैं।

चाणक्य नीति कहती है कि जीवन में हर व्यक्ति सफलता हासिल करना चाहता है, लेकिन कुछ ही व्यक्ति सफलता की ऊचाइयों पर पहुंच पाता है। चाणक्य के अनुसार, धन के बिना मनुष्य का जीवन कठिनाइयों और संघर्ष से घिर जाता है। धन पास ने होने से दरिद्रता मनुष्य को घेरने लगती हैं, इसलिए जीवन में घन की विशेष अहमियत बताई गई है, जो धन की देवी मां लक्ष्मी के आर्शीवाद से प्राप्त किया जा सकता है।

चाणक्य (Chanakya) के अनुसार, अगर जीवन में धनवान बनना है तो कुछ ऐसी आदतों को अपने भीतर विकसित करना चाहिए, जिससे मां लक्ष्मी जी का आर्शीवाद प्राप्त हो, ये आदते कौन- कौन सी हैं आइए जानते हैं…

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करोड़पति बनना है तो अपनाएं कठोर अनुशासन

चाणक्य (Chanakya) के अनुसार, जीवन में धनवान वही व्यक्ति बनता है जो कठोर अनुशासन का पालन करता है। आपके पास जितने भी करोड़पति और धनवान व्यक्ति हैं, उनके जीवन पर नजर डालें तो पाएंगे कि वे किस तरह से अनुशासित जीवन शैली का पालन करते हैं। जो व्यक्ति आलस का त्याग नहीं कर पाता है, वह कभी धनवार नहीं बन पाता है, क्योंकि लक्ष्मी जी को नियमों का पालन करने वाले व्यक्ति प्रिय हैं।

जानिए स्वच्छता का महत्व

चाणक्य (Chanakya) के अनुसार, जो व्यक्ति स्वच्छता पर ध्यान नहीं देता है। स्वयं को सुंदर प्रस्तुत करने की कोशिश नहीं करता है, ऐसे लोगों में दूसरों को प्रभावित करने की क्षमता नहीं होती है। स्वच्छता के बारे में जो व्यक्ति अधिक चिंता नहीं करते हैं वे आलसी, बीमार, और आत्मविश्वास से कमजोर होते हैं। ऐसे लोगों में नवीन कार्य को करने की ऊर्जा नहीं होती है, इसलिए धनी बनना है तो स्वच्छता को अपनाएं।

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समय पर सभी कार्यों को करें पूरा

चाणक्य (Chanakya) कहते हैं कि समय की कीमत के आगे कोई भी चीज मूल्यवान नहीं है, जो समय की कीमत नहीं जानता, उसे छोटी- छोटी सफलताएं भी देर से प्राप्त होती हैं। आज के काम को कल पर नहीं टालना चाहिए, जो लोग ऐसा करते हैं, वे धन के मामले में दूसरों से पीछे रहते हैं।

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