लखनऊ : यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के बैनर तले कार्य बहिष्कार कर सीएमओ कार्यालय पर धरने पर बैठे

शासन स्तर से आजमगढ़ के स्वास्थ्य विभाग के करीब 40 लिपिकों का एक साथ तबादला कई जनपदों के लिए कर दिये जाने से स्वास्थ्य कर्मियों में उबाल आ गया है।

शासन स्तर से आजमगढ़ के स्वास्थ्य विभाग के करीब 40 लिपिकों का एक साथ तबादला कई जनपदों के लिए कर दिये जाने से स्वास्थ्य कर्मियों में उबाल आ गया है। स्थानांतरण को नीति व नियम विरुद्ध बताते हुए संबंधित कर्मियों ने यूपी मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन के बैनरतले कार्य बहिष्कार कर आज से सी एम ओ कार्यालय पर धरने पर बैठा गए। कहा जब तक उनका तबादला वापस नहीं होता तबतक वह कार्य पर नहीं लौटेंगे।

दावा किया कि उन्हें स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मियों के संगठनों के साथ ही अन्य सरकारी कर्मचारी संगठन का समर्थन प्राप्त है। एसोसिएशन के जिला इकाई के अध्यक्ष सत्यपाल चौहान ने कहा कि जनपद में करीब 50 स्वास्थ्य लिपिकों में से 40 का तबादला 200 से 500 किलोमीटर की दूरी पर अन्य जिलों में कर दिया गया है। इसमें दिव्यांगों को और जिन का सेवाकाल 1 वर्ष का भी नहीं बचा है उनको भी नहीं छोड़ा गया है। इसके अलावा कपल नीति को भी नहीं बख्शा गया। इस प्रकार यह निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य की तरफ से जारी यह तबादला पूरी तरीके से अनैतिक है और तानाशाही वाला है जिसका सभी कर्मचारी विरोध कर रहे हैं।

आज धरना दे रहे हैं 22 को भी धरना देंगे और सीएमओ को ज्ञापन सौंपेंगे अगर इसके बाद भी मांग मानी नहीं जाती है तो अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे और लखनऊ मर जा कर महा निदेशालय स्वास्थ्य का घेराव करेंगे। ज्यादातर लोगों को श्रावस्ती गोंडा वह बहराइच भेजा गया है इसके अलावा बांदा और सोनभद्र भी भेज दिया गया है मात्र 1 लोग को जौनपुर भेजा गया है इस प्रकार दूरदराज के क्षेत्रों में स्थानांतरण से सभी क्लर्क परेशान हैं। खास बात है कि शासन की तरफ से कुछ दिन पूर्व ही सीएमओ का भी तबादला कर दिया गया था। इस प्रकार से कोरोना काल में पूरे स्वास्थ्य विभाग में बदलाव से चिकित्सा व्यवस्था कितनी दुरुस्त होगी यह आने वाला समय बताएगा। फिलहाल अगर आंदोलन ज्यादा बढ़ा तो स्वास्थ्य व्यवस्था पर असर पड़ना लाजमी है।

रिपोर्ट- अमन गुप्ता

Related Articles

Back to top button