समाजवादी विचारधारा के प्रेरणा पुरुष छोटे लोहिया स्वर्गीय जनेश्वर मिश्र जी की जयंती आज
समाजवादी विचारधारा के प्रेरणा पुरुष छोटे लोहिया स्वर्गीय जनेश्वर मिश्र जी की जयंती आज
late Janeshwar Mishra birth anniversary today famous chhote Lohia:- समाजवादी विचारधारा के प्रेरणा पुरुष छोटे लोहिया स्वर्गीय जनेश्वर मिश्र जी की जयंती आज…।
late Janeshwar Mishra birth anniversary today famous chhote Lohia:-
सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, मुख्य प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी,एमएलसी एस आर एस यादव समाजवादीपार्टी के वरिष्ठ नेता विजय यादव, राम सागर यादव सुबह 7:00 जनेश्वर मिश्र पार्क पहुँच कर जनेश्वर मिश्र जी की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित की
स्वर्गीय जनेश्वर मिश्र जी की जयंती पर सबने किया उनको याद।
लखनऊ : समाजवादी विचारधारा के प्रेरणा पुरुष “छोटे लोहिया” स्व. जनेश्वर मिश्र जी की जयंती पर शत्-शत् नमन।
- आज समाजवादी विचारधारा के प्रेरणा पुरुष “छोटे लोहिया” स्व. जनेश्वर मिश्र जी की जयंती है।
- सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, समाजवादी पार्टी प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी, एसआरएस यादव, राम सागर यादव सहित कई वरिष्ठ नेता इस अवसर पर मौजूद रहे।
सुबह 7:00 बजे जनेश्वर मिश्रा पार्क मे आज मनाई गई
समाजवादी विचारधारा के प्रेरणा पुरुष “छोटे लोहिया” स्व. जनेश्वर मिश्र जी की जयंती।
समाजवादी विचारधारा के प्रति उनके दृढ निष्ठा के कारण वे ‘छोटे लोहिया‘ के नाम से प्रसिद्ध थे।
- पंडित जनेश्वर मिश्र (5 अगस्त 1933 – 22 जनवरी 2010) समाजवादी पार्टी के एक राजनेता थे।
- समाजवादी विचारधारा के प्रति उनके दृढ निष्ठा के कारण वे ‘छोटे लोहिया‘ के नाम से प्रसिद्ध थे।
- वे कई बार लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य रहे।
उन्होने मोरारजी देसाई, चौधरी चरण सिंह, विश्वनाथ प्रताप सिंह, चन्द्रशेखर, एच डी देवगौड़ा और इंद्रकुमार गुज़राल के मंत्रिमण्डलों में काम किया। सात बार केन्द्रीय मंत्री रहने के बाद भी उनके पास न अपनी गाड़ी थी और न ही बंगला।
इनके नाम पर लखनऊ में एशिया का सबसे बड़ा सुन्दर पार्क सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव के प्रेरणा से उत्तर प्रदेश के पूर्व युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा निर्माण कराया गया ।
जनेश्वर मिश्र का जन्म 5 अगस्त 1933 को बलिया के शुभनथहीं के गांव में हुआ था।
- जनेश्वर मिश्र का जन्म 5 अगस्त 1933 को बलिया के शुभनथहीं के गांव में हुआ था।
- उनके पिता रंजीत मिश्र किसान थे।
- बलिया में प्राथमिक शिक्षा पूरी करने के बाद 1953 में इलाहाबाद पहुंचे जो उनका कार्यक्षेत्र रहा।
- जनेश्वर को आजाद भारत के विकास की राह समाजवादी सपनों के साथ आगे बढ़ने में दिखी
- समाजवादी आंदोलन में इतना पगे कि उन्हें लोग ‘छोटे लोहिया’ के तौर पर ही जानने लगे।
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