जीवन में कभी भी नहीं होगी धन की कमी यदि आपने भी गाठ बांध कर रह ली चाणक्य की ये बातें

अक्स लोग पैसों को पर्स और वॉलेट में रखते हैं। लेकिन इनमें पैसों को रखना भी नुकसान दायक होता है और इसकी वजह होते हैं अक्सर हम खुद। हम अपने पर्स को धन रखने की जगह समझने की बजाय कूड़ेदान बना देते हैं। जो भी जरूरी, गैर कागजात होता है पर्स में भर लेते हैं। इतना ही नहीं कुछ लोग तो ऐसी चीजें भी पर्स में भर लेते हैं जिसके बारे में सोच भी नहीं सकते।

वहीं जब जीवन में धन की कमी उत्पन्न होती है तो व्यक्ति कई तरह की परेशानियों से घिर जाता है. आचार्य चाणक्य के अनुसार भौतिक जीवन में धन का वही महत्व है जो जीवन के लिए वायु का है. इसलिए धन के महत्व को कभी कमतर नहीं आंकना चाहिए, जो लोग धन कीउपयोगिता और महत्व को नहीं समझते हैं वे आगे चलकर कष्ट भोगते हैं.
चाणक्य ने धन के महत्व के बारे में प्रभावशाली ढंग से अपनी चाणक्य नीति में बताया है. चाणक्य एक शिक्षक होने के साथ साथ एक योग्य अर्थशास्त्री भी थे, इसलिए चाणक्य ने मनुष्य के लिए धन को एक प्रमुख साधन बताया. जीवन में धन की कमी न महसूस हो इसके लिए चाणक्य की बातों को हमेशा ध्यान में रखना चाहिए.

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