जानिए किस पर सबसे ज्यादा देर तक टिका रहता है कोरोना वायरस
The UP Khabar corona virus lasts : कोरोना चीन मेें ही नहीं बल्कि पूरें विश्व में फैल गया है। भारत में इसे महामारी घोषित कर दिया गया है। भारत कोरोना वायरस के दूसरे चरण पर है। कोरोना वायरस के फैलन का कारण चमगादड़ों की मानी जा रही है।
चलिए आप को बताते है की कोरोना वायरस किस पर सबसे ज्यादा टिकता है
फोन व सोशल मीडिया परः
- माना गया है कि कोरोना वायरस छींकने या खांसने से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को हो जाता है.
- लेकिन जानकारों का कहना है कि ये वायरस किसी सतह पर भी अस्तित्व में रह सकता है
- वो भी संभवतः कई दिनों तक
- इसलिए आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप का फोन चाहे घर पर हो या ऑफिस में पूरी तरह से बार-बार साफ़ करते रहे।
- आप को बता दें कि कोटिंग लेयर को नुक़सान पहुंचने से कीटाणुओं के लिए मोबाइल फोन में फंसे रहना आसान हो जाता है।
- आजकल के मोबाइल के बारे में कहा जाता है कि वे वाटर रेजिस्टेंस होते हैं
- यानी पानी से उनको कम ख़तरा रहता है.
- अगर कुछ ऐसा है तो आप फोन को साबुन और पानी या फिर पेपर टॉवल से साफ़ कर सकते हैं
- लेकिन ऐसा करने से पहले ये ज़रूर जांच लें कि आपका फोन वाटर रेजिस्टेंस है या नहीं.
दरवाज़े के हैंडल पर
- अगर कोई कोरोना से पीड़ित व्यक्ति छींकते वक़्त मुंह पर हाथ रखता है और फिर उसी हाथ से वो किसी चीज़ को छूता है तो वो सतह विषाणु युक्त हो जाती है.
- दरवाज़े के हैंडल ऐसी सतहों के अच्छे उदाहरण हैं
- जिससे दूसरे लोगों को संक्रमण का ख़तरा हो सकता है.
- विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस किसी सतह पर भी अस्तित्व में रह सकता है
- वो भी कई दिनों तक.
इसलिए सबसे अच्छा यही है कि आप हाथ नियमित रूप से धोते रहें ताकि संक्रमण का ख़तरा कम हो और कोरोना वायरस को फैलने से रोका जा सके.
स्वीमिंग पूल में तैरने से
आप को पता होना चाहिए की स्वीमिंग पूल्स में क्लोरीन मिलाया जाता है यह एक ऐसा रसायन है जिससे विषाणु ख़त्म जाते हैं.
इसलिए अगर किसी स्वीमिंग पूल में क्लोरीन का इस्तेमाल किया जा रहा है तो उसमें तैरना सुरक्षित है.
लेकिन इसके बावजूद आप चेंजिंग रूम या फिर किसी संक्रमित सतह जैसे दरवाज़े के हैंडल के संपर्क में आने के बाद संक्रमित हो सकते हैं.
और अगर वहां कोई संक्रमित व्यक्ति आपके नजदीक छींकता या खांसता है तो आपके भी संक्रमित होने का ख़तरा बना रहेगा।
कोरोना के लक्षण
- बुख़ार का होना।
- सूखी खांसी आना।
- सांस लेने में परेशानी होना।
कोरोना को कम करने के उपाय
- कोरोना के वायरस खांसी और छींक से गिरने वाली बूंदों के ज़रिए तेजी से फैलते हैं।
- अपने हाथ को बार बार अच्छी तरह धोएं।
- खांसते या छींकते समय मुंह ढक लें।
- हाथ साफ़ नहीं हो तो आंखों, नाक और मुंह को छून न छूएं
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