कई घंटों की जटिल सर्जरी कर KGMU ने रचा इतिहास, ऑपरेशन से राम-श्याम को दी नई जिंदगी; परिवार को लौटाई मुस्कान

किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। जन्म से ही जुड़े हुए दो बच्चों का सफलता पूर्वक ऑपरेशन कर उन्हें अलग करके केजीएमयू ने इतिहास रचा है।

Lucknow: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) ने एक बार फिर बड़ी सफलता हासिल की है। जन्म से ही जुड़े हुए दो बच्चों का सफलता पूर्वक ऑपरेशन (operation) कर उन्हें अलग करके केजीएमयू ने इतिहास रचा है। पूरी तरह से स्वस्थ बच्चों के माता-पिता ने आयुष्मान योजना और केजीएमयू के डॉक्टरों का आभार प्रकट किया। वहीं केजीएमयू (KGMU) वीसी मेजर जनरल विपिन पुरी ने ऑपरेशन में शामिल डॉक्टरों और स्टाफ को सर्टिफ़िकेट देकर सम्मानित भी किया।

शरीर से आपस में जुड़े दो बच्चों का हुआ जन्म

बता दें कि कुशीनगर निवासी दंपती के घर नवंबर 2019 में शरीर से आपस में जुड़े दो बच्चे राम(Ram)-श्याम का जन्म हुआ था। उम्र बढ़ने के साथ बच्चों का पालन-पोषण मुश्किल हो रहा था। 9 अक्टूबर को डॉक्टरों की सलाह पर ऑपरेशन (operation) के लिए परिवारजन ने उन्हें लखनऊ (Lucknow) केजीएमयू (KGMU) के पीडियाट्रिक सर्जरी विभाग में भर्ती कराया था।

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आयुष्मान योजना के तहत हुआ केजीएमयू (KGMU) में ऑपरेशन

आयुष्मान योजना के तहत नौ नवंबर को संस्थान के कई विभागों के डॉक्टरों ने मिलकर बच्चों का ऑपरेशन किया। लगभग आठ घंटे चले ऑपरेशन (operation) में दोनों बच्चों को सफलता पूर्वक अलग-अलग कर दिया गया। चूंकि, बच्चों के शरीर लोअर चेस्ट नाभि के नीचे तक जुड़े थे, जिसके चलते सीने की निचली हड्डी काटकर दोनों को अलग किया गया।

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कई घंटों तक चली सर्जरी

डॉक्टरों के मुताबिक, कहने को दोनों में दिल अलग-अलग थे, लेकिन उसे कवर करने वाली झिल्ली पेरिकॉर्डियम जुड़ी हुई थी, जिसे ऑपरेशन से अलग किया गया। चूंकि दोनों बच्चों में एक ही लीवर मिला। ऐसे में उसे सर्जरी करके आपस में बांटा गया। एक बच्चे को लीवर का लेफ्ट लोब और दूसरे को राइट लोब मिला। उन्होंने बताया कि लीवर के ये हिस्से समय के साथ विकसित हो जाएंगे। ऑपरेशन के बाद कई दिन तक वेंटिलेटर पर दोनों बच्चों का इलाज चला। सामान्य स्थिति देख केजीएमयू (KGMU) प्रशासन ने राहत की सांस ली है। बच्चों के स्वस्थ होने पर शनिवार को परिवारजन कुलपति से मिले।

संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने कहा कि संस्थान के लिए बड़ी उपलब्धि है। जल्द ही उनकी छुट्टी कर घर भेज दिया जाएगा।

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