सावधान! ऑनलाइन लेन देन से पहले इन बातों का रखें ध्यान, वर्ना जालसाजी का हो सकते हैं शिकार, बैंक ने किया अलर्ट 

डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए के लिए केंद्र की मोदी सरकार लगातार प्रयासरत है। उसका यह प्रयास सफल होते भी दिख रहा है।

डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए के लिए केंद्र की मोदी सरकार लगातार प्रयासरत है। उसका यह प्रयास सफल होते भी दिख रहा है। देश में वर्ष 2021 तक डिजिटल लेन देन के चार गुना बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि डिजिटल लेन देन के बढ़ने के साथ ही फ्रॉड के विकल्प भी बढ़ जाते हैं। सुरक्षित बैंकिंग सुविधाओं के लिए समय समय पर बैंकों द्वारा कदम उठाए जाते रहते हैं। साथ ही लोगों की जागरूकता हेतु दिशा निर्देश भी जारी किए जाते हैं।

 

SBI ने किया अलर्ट

इन सबके बावजूद जालसाजी की घटनाएं सामने आती रहती हैं। बैंकिंग फ्रॉड से बचने के लिए ग्राहकों को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसी क्रम में देश के सबसे सरकारी बैंक ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने ग्राहकों को अलर्ट किया है। एसबीआई ने ग्राहकों के लिए दिशा निर्देश जारी करते हुए बताया कि, आप लोग सोशल मीडिया पर किसी भी प्रकार के फेक मैसेज के चक्कर में न पड़ें।

बैंक कभी नहीं करता फ़ोन

बैंक ने अलर्ट करते हुए कहा कि, जालसाज सोशल मीडिया पर फर्जी या भ्रामक मैसेज भेज कर आपको भ्रमित कर रहे हैं, फिलहाल बैंक की तरफ से ग्राहकों को कोई मैसेज नहीं भेजा जा रहा है। बैंक ने कहा कि, बैंक के प्रतिनिधि ग्राहकों को कभी फ़ोन नहीं करते हैं और न ही किसी तरह का ईमेल करते हैं। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि बैंक न तो कभी ऑनलाइन फॉर्म भरवाता है और न ही बैंक खाते से जुड़ी जानकारी मांगता है।

हमेशा OTP विकल्प चुनें

बैंक ने ग्राहकों को अलर्ट किया कि अपने बैंक खाते की जानकारी मेल, मैसेज या फ़ोन कॉल पर किसी से न साझा करें। सुरक्षित बैंकिंग के लिए ग्राहकों को मोबाइल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग में ऑटोफिल या सेव यूजर आईडी या पासवर्ड जैसे विकल्पों को इनेबल नहीं करना चाहिए। क्योंकि ये आपके लिए जोखिम भरा हो सकता है। ऑनलाइन भुगतान के लिए हमेशा वन टाइम पासवर्ड (OTP) को ही चुनें। इससे धोखाधड़ी की संभावनाएं कम हो जाती हैं।

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