कासगंज : संरक्षण के लिए बनी गौशालाओं में ही बनने लगी है गायों की कब्र

कासगंज जनपद के सारे  ब्लॉक में बनी पचलाना गौशालाओं में इन दिनों गौ माता भूख से तड़प-तड़प कर मर रही हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

उत्तर प्रदेश के जनपद कासगंज में गौ हत्या को रोकने व गौ संरक्षण के लिए बनाई गई गौशालाए ही उनकी कब्र बनती जा रही हैं। कासगंज जनपद के सारे  ब्लॉक में बनी पचलाना गौशालाओं में इन दिनों गौ माता भूख से तड़प-तड़प कर मर रही हैं, लेकिन उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।

जबकि प्रदेश की योगी सरकार द्वारा गौशालाओं के लिए करोड़ों का बजट भी दिया गया है। इन सबके बावजूद गौशालाओं में किसी भी प्रकार की कोई चारा की सुविधा नहीं है। इस गौशाला में गोवंशों की कब्रगाह बनती जा रही हैं। रोजाना इस गौशाला में तीन से चार गायों की मौत हो रही है, और जिम्मेदार अधिकारी मौन बने हुए हैं।

जानवरों की मौत का आलम यह है कि मरे हुए जानवरों के साथ-साथ बहुत ही कमजोर अधमरे जानवर भी खुले मैदान में पड़े हुए हैं। जिन्हें चील कौवे अपना भोजन बना रहे हैं। आलम यह है कि देखने वालों की आंखों में आंसू आ जाते है मगर जिम्मेदार अधिकारी कर्मचारियों और डॉक्टर रोजगार सेवक का दिल नहीं पसीजता है, इस गौशाला में तीन से चार गायों की मौत प्रति दिन होती रहती है |

कासगंज के जिम्मेदार अधिकारी गोशालाओं में पर्याप्त बंदोबस्त की बात कर रहै है लेकिन संबंधित कर्मी इसमें लापरवाही बरत रहे हैं। हाल ये है कि गौशाला में गोवंशों की चारे-पानी के अभाव में मौत हो रही है। उनका शव चील कौवे नोच रहे हैं। ये हाल है सारे ब्लाक की ग्राम पंचायत पचलना में बनी गौशाला का। यहां एक दिन में तीन से चार गोवंशों की मौत हो रही है |

दो दिन पूर्व यहां तीन से चार गोवंशों के शव पड़े नजर आए। गायों के लिए चारा और पानी के इंतजाम भी नहीं हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यहां आए दिन गोवंशों की मौत हो रही है चारे पानी की कोई व्यवस्था नही है |

जब इस मामले में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि  राकेश सिंह ने कहा कि गौशाला  में तैनात कर्मचारी कहते है,कि इस गौशाला से आपका कोई लेना देना नहीं है और न ही इस संबंध में उन्हें कोई जानकारी देता है।

मुख्य विकास अधिकारी तेजप्रताप मिश्रा ने बताया कि जानकारी मिली है,मौके पर अधिकारियों को भेजकर मामले की जांच करवाई जा रही है यदि कोई दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाप सख्त कार्यवाही की जाएगी |

 

रिपोर्टर- जुम्मन कुरैशी

 

 

 

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