लखनऊ से पकड़े गए आतंकियों से हुआ बड़ा खुलासा, दहशत फैलाने के लिए कानपुर में …
मिल रही सूचना के मुताबिक ATS की एक टीम जल्द ही इन दोनों आतंकियों को कानपुर लेकर जा सकती है। खबर के मुताबिक असलह ख़रीदने के लिए 25 लाख से ज्यादा का भुगतान इन लोगों के द्वारा करा गया है।
प्रदेश की राजधानी में यूपी ATS द्वारा पकड़े गए दोनों आतंकी मिनहाज और मसीरुद्दीन से जैसे-जैसे पूछताछ आगे बढ़ रही है। वैसे-वैसे नए ख़ुलासे हो रहे है। पूछताछ में इन दोनों आतंकियों ने इस बात का खुलासा किया है कि वो कानपुर में एक टेरर क्लास रूम की शुरुआत करने का सोच रहे थे। जिसके लिए उन्होंने जगह भी ढूंढनी शुरूकर दिया था।
नए लोगों को आतंक का पाठ पढ़ाने के लिए जगह की जिम्मेदारी उन्होंने चमनगंज के एक बड़े बिल्डर को दी थी। उस बिल्डर को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
ये दोनों आतंकी मिनहाज और मसीरुद्दीन कानपुर के चमनगंज इलाके में अपने और भी साथियों से मिले थे। चमनगंज इलाके में के रहमानी मार्केट से उन्होंने अपने एक साथी के मदद से दो प्री-एक्टिवेटेड सिम और एक मोबाइल लिया। कानपुर का चमनगंज एक मुस्लिम बहुल इलाका है। यहां से पे पहले भी कई आतंकी और आईएसआई एजेंट गिरफ्तार हो चुके है। ऐसा बताया जा रहा है कि जिस बिल्डर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके संबंध शहर के कई नामचीन लोगों से बताये जा रहे है।
मिल रही सूचना के मुताबिक ATS की एक टीम जल्द ही इन दोनों आतंकियों को कानपुर लेकर जा सकती है। खबर के मुताबिक असलह ख़रीदने के लिए 25 लाख से ज्यादा का भुगतान इन लोगों के द्वारा करा गया है। एक बड़ा खुलासा ये भी हुआ है कि आतंकी मई महीने में भी बम ब्लास्ट की योजना बना रहे थे, पर लॉकडाउन के चलते प्लान वो इसे अंजाम नहीं दे पाए। आपको बात दे कि इस बड़ी आतंकी साज़िश के लिए कानपुर के 13 खातों से लाखों की फंडिंग की गयी है। इसके साथ ही जरूरत पड़ने पे ATS दोनों आतंकियों को कश्मीर भी ले जा सकती है।
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