कन्नौज: मौत के साये में इलाज करने को मजबूर डॉक्टर

 कन्नौज जिले में मौत के साये में डॉक्टर इलाज करने को मजबूर है,जर्जर भवन कई दशकों से जिसमे रिन्यूअल का एक छोटा सा ईंट तक नही लगा पूरे अस्पताल की दीवारों के ऐसी दरारे पड़ी है मानो कभी भी गिर सकता है। 

कन्नौज जिले में मौत के साये में डॉक्टर (doctors) इलाज करने को मजबूर है,जर्जर भवन कई दशकों से जिसमे रिन्यूअल का एक छोटा सा ईंट तक नही लगा पूरे अस्पताल की दीवारों के ऐसी दरारे पड़ी है मानो कभी भी गिर सकता है। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रयास कर रहे है

ऐसे में चिकित्सकों को इलाज करने के साथ साथ अपनी जान तक जाने का खतरा हमेशा बना रहता है।एक तरह आयुर्वेद चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार प्रयास कर रहे है।

भवन कभी भी गिर सकता है

वही दूसरी तरफ कन्नौज जिले के सिकन्दरपुर इलाके में बना राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय अपनी जर्जर हालत पर आंसू बहा रहा है। चिकित्सालय की हालत इतनी जर्जर है कि भवन कभी भी गिर सकता है। अस्पताल में इलाज करने वाले डॉक्टर व अन्य स्टाफ एक बड़े खतरे के बीच नौकरी करने को मजबूर है।

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जर्जर इमारत की जर्जर दीवार पर लगा राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय का ये बोर्ड इस बात का गवाह है कि जिले में आयुर्वेदिक चिकित्सा से इलाज किया जाता है। अस्पताल में डॉक्टर (doctors) के साथ साथ कई और स्टाफ जर्जर अस्पताल में अपना जीवन दांव पर लगाकर लोगो की सेवा कर रहे है।

अस्पताल स्टाफ ने बताया कि चिकित्सालय की जर्जरता और किसी बड़े हादसे की जानकारी देकर कई बार लिखा पढ़ी की गई लेकिन हालात जस के तस आज भी बने हुए है।

चिकित्सालय की इमारत इतनी जर्जर है

चिकित्सालय की आयुर्वेदिक डॉक्टर (doctors) ने बताया कि वह अभी कुछ महीने पहले ही अस्पताल में आई । उसको अस्पताल के अंदर मरीजो का इलाज करते बहुत डर लगता है। चिकित्सालय की इमारत इतनी जर्जर है कि कभी बाद हादसा हो सकता है।

चिकत्सालय के अन्य स्टाफ ने बताया कि इमारत की हालत बहुत जर्जर है किसी भी समय गाजियाबाद के मुरादनगर जैसी घटना हो सकती है। भवन के सुधार के लिए विभाग को कई बार पत्र दे चुके है लेकिन कोई कार्यवाही नही हुई।

REPORT– AMIT MISHRA

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