बाइडन होंगे अमेरिकी इतिहास में सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति, भारत के साथ रिश्तों के हैं हिमायती 

अमेरिका के नए राष्ट्रपति चुने गए 'जो बाइडन' अमेरिका के अब तक के इतिहास के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति हैं।

अमेरिका के नए राष्ट्रपति चुने गए ‘जो बाइडन’ अमेरिका के अब तक के इतिहास के सबसे उम्रदराज राष्ट्रपति हैं। वर्ष 1942 में पेन्सिलवेनिया जन्में बाइडन 77 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं। उन्होंने शुरुआती शिक्षा पूर्ण करने के बाद 1968 में कानून की डिग्री हासिल की। इसके बाद वह सबसे पहले 1972 में डेलावेयर में सीनेटर चुने गए। उन्होंने इस पद पर छह बार कब्जा जमाया। महज 29 साल में सीनेटर चुने जाने वाले बाइडन अब तक सबसे कम उम्र में सीनेटर बनने वाले नेता हैं।

 

पहले दो बार हो चुके हैं नाकाम 

बताते चलें कि इस वर्ष डोनाल्ड ट्रंप को मात देकर राष्ट्रपति चुने जाने वाले बाइडन वर्ष 1988 और 2008 में राष्ट्रपति उम्मीदवार के तौर पर नाकामी पा चुके हैं। बाइडन को पहली सफलता उस समय मिली जब वह 29 फरवरी को दक्षिण कैरोलाइना की डेमोक्रेटिक पार्टी के प्राइमरी में अपने प्रतिद्वंदियों को हराकर राष्ट्रपति पद की दौड़ में जगह बनाने में कामयाब रहे।

भारत के साथ रिश्तों के हिमायती

बाइडन डेलावेयर राज्य में करीब 3 दशकों तक सीनेटर रहे। इसके साथ वह ओबामा शासनकाल में उप राष्ट्रपति भी रहे। इस दौरान वह भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करने के हिमायती रहे। भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के पारित होने में बाइडन ने अहम भूमिका निभाई थी। भारतीयों और राजनेताओं से मजबूत संबंध रखने वाले बाइडन के दायरे में बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी हैं।

बाइडन का संकल्प

74 वर्षीय ट्रंप को हराकर राष्ट्रपति बनने जा रहे डेमोक्रेटिक नेता बाइडन ने देश को एकजुट करने का संकल्प लिया है। उन्होंने अपने एक भाषण में कहा कि, ‘मैं ऐसा राष्ट्रपति बनने का संकल्प लेता हूँ, जो बांटने का नहीं, बल्कि एकजुट करने की कोशिश करेगा। जो डेमोक्रेटिक राज्यों और रिपब्लिकन राज्यों में फर्क नहीं करेगा, बल्कि पूरे अमेरिका को एक नजर से देखेगा’।

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