सिंघु बॉर्डर: किसानों ने बनाया आईटी सेल, अब इसके जरिए करेंगे ये काम, एक साथ 10 हजार लोगों को…
किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर किसान एकता मोर्चा के नाम से एक आईटी सेल(it cell) बनाया गया है. इस आईटी सेल के जरिए 24 दिसंबर को दोपहर 12 बजे पांच किसान एक वेबिनार पर हर सवाल का जवाब देंगे.
किसान कानून के विरोध में आंदोलन(farmer protest) कर रहे किसानों का आज 27वां दिन है. किसान अब भी अपनी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. वहीं किसान नेताओं ने केंद्र सरकार की तरफ से लिखे गए पत्र पर कहा कि, इसपर बुधवार को फैसला लिया जाएगा कि, सरकार के साथ वार्ता की जाएगी या फिर नहीं. बता दें कि, सरकार ने किसानों को पत्र लिखकर बातचीत करने का प्रस्ताव भेजा था. किसान नेताओं ने अब आंदोलन(farmer protest) को और तेज करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी(pm modi) 27 दिसंबर को जब मन की बात करेंगे तब हम थालियां बजाएंगे. किसानों ने कहा कि, सरकार कहती है कि, यह पंजाब और हरियाणा का आंदोलन है जबकि ये देश-विदेश में फैल चुका है.
वहीं किसानों ने सिंघु बॉर्डर पर किसान एकता मोर्चा के नाम से एक आईटी सेल(it cell) बनाया गया है. इस आईटी सेल(it cell) के जरिए 24 दिसंबर को दोपहर 12 बजे पांच किसान एक वेबिनार पर हर सवाल का जवाब देंगे. जो भी चाहे सवाल पूछ सकता है. इसके साथ ही कंगना रनौत, मुकेश खन्ना समेत तमाम सितारों को सवाल पूछने के लिए आमांत्रित किया गया है जो किसान आंदोलन का विरोध कर रहे हैं. जूम लिंक के जरिए 10 हजार लोग किसान आईटी सेल(it cell) से जुड़ सकते हैं.
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वहीं केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानून के विरोध(farmer protest) में दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के समर्थन में समााजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे(anna hazare) ने बड़ा ऐलान किया है. अन्ना हजारे(anna hazare) ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर सरकार किसानों की मांग नहीं मानती है तो वो किसानों के समर्थन में आखिरी आंदोलन करेंगे. अन्ना हजारे के अल्टीमेटम से घबराई मोदी सरकार ने आनन-फानन में हजारे(anna hazare) को समझाने के लिए राज्यसभा सांसद भागवत कराड और महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष हरीभाऊ बागडे को रालेगणसिद्धि भेजा है.
बता दें कि, इससे पहले अन्ना हजारे(anna hazare) ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर किसानों की मांग मानने की अपील करते हुए कहा था कि, अगर सरकार किसानों के हक में फैसला नहीं लेती है तो वो जन आंदोलन शुरू करेगें. सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ बीजेपी नेताओं की मुलाकात के दौरान उन्होंने किसानों को हो रही दिक्कतों और मांगों की जानकारी दी. अन्ना हजारे ने नेताओं से कहा कि, जल्द ही केंद्र सरकार किसानों की मांगों को लेकर फैसला ले.
वहीं अन्ना हजारे(anna hazare) से मिलने पहुंचे दोनों बीजेपी नेताओं ने कहा है कि, उन्होंने अन्ना को विश्वास दिलाया है कि, वह जल्द ही उनके सवालों को केंद्र के मंत्रियों के समक्ष रखेंगे और इसका समाधान निकालने की कोशिश करेंगे. इसके लिए उन्होंने अन्ना हजारे से कुछ दिन का वक्त मांगा है.
बता दें कि, केंद्र सरकार की तरफ से पास किए गए तीन कृषि कानूनों को लेकर किसान पिछले करीब एक महीने से सड़कों पर है. उनका कहना है कि, ये कानून किसानों के हक में नहीं है और इससे उद्योगपतियों को फायदा दिलाने की कोशिश की जा रही है. इसके साथ ही मंडी सिस्टम और एमएसपी को लेकर भी किसान अड़े हुए हैं. सरकार के साथ कई दौर की बैठक होने के बाद भी मसला नहीं सुलझ रहा है. किसान किसी भी तरह से मानने को तैयार नहीं हैं और उनका कहना है कि, ये आंदोलन(farmer protest) तभी खत्म होगा जब तीनों कृषि कानून वापस लिए जाएंगे.
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