बस इतना है आत्मा का वजन? जानकर विश्वास नहीं कर पाएंगे…

आत्मा का कोई रूप-रंग नहीं होता। यह अजर-अमर है। शरीर के नष्ट होने के बाद आत्मा मुक्त हो जाती और एक नए शरीर के साथ नया रूप ले लेती है।

आत्मा का कोई रूप-रंग नहीं होता। यह अजर-अमर है। शरीर के नष्ट होने के बाद आत्मा मुक्त हो जाती और एक नए शरीर के साथ नया रूप ले लेती है। लेकिन आपकी आत्मा का आकार आखिर क्या है?गीता में ही आत्मा के आकार के विषय में भी बताया गया है। प्राणी का शरीर चाहे किसी भी आकार का हो लेकिन उसकी आत्मा जिससे वह चल रही है, वह इतनी छोटी है जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।

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आइए जानते हैं उन्होंने आत्मा को मापने के लिए कैसे प्रयोग किया और आत्मा का कितना वजन बताया। हम आत्मा से संबंधित अन्य रोचक बातें भी जानेंगे…डॉ. डंकन मैकडगल अमेरिकी चिकित्सक थे। उन्होंने आत्मा का वजन नापने के लिए प्रयोग किया था। 10 अप्रैल, 1901 को उन्होंने प्रयोग किया था। उनका यह प्रयोग 1907 ईस्वी में छपा था।

डॉ. डंकन मैकडगल के इस प्रयोग को 21 ग्राम एक्सपेरिमेंट दिया गया था। उन्होंने इस प्रयोग में अपने साथ अन्य चार डॉक्टरों को भी शामिल किया था। उन्होंने छह लोगों को एक्सपेरिमेंट के लिए चुना। उन्होंने उन छह लोगों का मरने से पहले और मरने के बाद वजन किया।

मरने के बाद जब लोगों का वजन किया गया तो उनके वजन में कुछ कमी पाई गई। हालांकि सबके वजन में एकसमान कमी नहीं आई थी लेकिन डॉ.डंकन ने यह नतीजा निकाला कि आत्मा का वजन 21 ग्राम होता है।डॉ. डंकन ने आत्मा का वजन नापने के लिए कुत्तों पर भी प्रयोग किया लेकिन उनका वजन कम नहीं हुआ। इस पर डंकन का कहना था कि कुत्तों के अंदर आत्मा नहीं होती है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि इस पर अभी और शोध की जरूरत है।यह माना जाता है कि आत्मा इंसान की दिमागी क्रिया जैसे किसी चीज को देखना, समझना, महसूस करना, फैसला लेना और अन्य तार्किक शक्तियों का नाम है।

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