इरफान पठान जन्मदिन स्पेशल: महेंद्र सिंह धोनी को क्यों मानते हैं अपने संन्यास की वजह?
बाएं हाथ के बल्लेबाज और तेज गेंदबाज इरफान पठान की तुलना लोग आज भी वसीम अकरम और कपिल देव से करते हैं। क्रिकेट के इतिहास में ये ऐसे पहले खिलाड़ी हैं, जिसने साल 2006 में पाकिस्तान टेस्ट के पहले ओवर में हैट्रिक लिया था।
मुस्कान आज़मानी
बाएं हाथ के बल्लेबाज और तेज गेंदबाज इरफान पठान की तुलना लोग आज भी वसीम अकरम और कपिल देव से करते हैं। क्रिकेट के इतिहास में ये ऐसे पहले खिलाड़ी हैं, जिसने साल 2006 में पाकिस्तान टेस्ट के पहले ओवर में हैट्रिक लिया था। इनका जन्म 27 अक्टूबर 1984 को गुजरात के बड़ौदा में हुआ।
क्रिकेट के शौकीन इरफान और उनके भाई युसूफ बचपन में मस्जिद के मैदान में प्रेक्टिस किया करते थे। इनके पिता महमूद खान पठान और मां समीम बाबू पठान थे। इरफान ने 13 साल की उम्र से ही जूनियर क्रिकेट टीम के लिए खेलना शुरू कर दिया था। उन दिनों इरफान बल्ले और गेंद दोनों से शानदार प्रदर्शन कर रहे थे। करियर के शुरुआती दिनों में पूर्व भारतीय कप्तान दत्ता गायकवाड़ इनके कोच थे।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू
अब तक जूनियर क्रिकेट टीम में खेल रहे इरफान को अचानक ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए चुना गया। राहुल द्रविड़ इससे नाखुश थे क्योंकि, वह इनको इतने बड़े मैच के लिए यंग मानते थे। लेकिन, इरफान ने दूसरे टेस्ट में अंतरराष्ट्रीय पदार्पण किया, 23 वर्षों के बाद भारत ने टेस्ट मैच जीतकर ऑस्ट्रेलिया के मिट्टी पर नया इतिहास बनाया। इरफान साल 2004 में एशिया कप में इंडिया टीम के लिए विकेट चटकाने वाले अग्रणी खिलाड़ी साबित हुए। इरफान का टी20 वर्ल्ड कप खेलने का सपना साल 2007 में पूरा हुआ, तब वह युवा टीम के वरिष्ठ खिलाड़ियों में से एक थे। राहुल द्रविड़ को गॉडफादर मानने वाले इरफान कहते हैं कि इनकी कप्तानी में ही इन्होंने वर्क लोड को कम कर बेहतर तरीके से खेला है। राहुल ने ही खेल के मैदान पर इनका सही दिशा में प्रयोग किया है।
प्रेशर में लिया संन्यास
4 जनवरी 2020 को इरफान पठान ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास ले लिया है। सन्यास लेते वक्त इन्होंने सबसे ज्यादा ड्रेसिंग रूम को मिस करने की बात बोली।धोनी की कप्तानी में ही इरफान को टीम से बाहर में 28 साल की उम्र में ही कर दिया गया था। लेकिन, बाहर होने के बाद वो कभी इंटरनेशनल क्रिकेट में कमबैक नहीं कर पाए। यही कारण है कि इरफान धोनी को तंज कसने का कोई मौका नहीं छोड़ते। आज भी वो कहते हैं कि उनको मौका मिलता तो और अच्छा प्रदर्शन कर सकते थे। अब ये बतौर कमेंटेटर मैच में दिखते हैं।
आईपीएल में इरफान पठान
आईपीएल का पहला सीजन इन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेला। लेकिन, आईपीएल में इनका प्रदर्शन खास ना होने के कारण हर साल इन्होंने अपनी फ्रेंचाइजी बदली। साल 2017 में गुजरात लायंस के लिए उन्होंने अपना आखिरी मैच खेला और पिछले 3 वर्ष आईपीएल नीलामी में इरफान अनसोल्ड हो गए।
साल 2020 आईपीएल में धोनी पर तंज कसते हुए उन्होंने ट्वीट किया कि ‘कुछ लोगों के लिए उम्र एक आंकड़ा, जबकि बाकियों के लिए संन्यास का कारण है।’
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच में गर्मी से बेहाल होने के कारण धोनी को मैदान में फीजियो को बुलाकर दवाई लेनी पड़ी। अक्सर अपने इंटरव्यू में बिना धोनी का नाम लिए उनको अपने सन्यास का कारण मानते हैं।
इरफान वनडे इंटरनेशनल में सबसे तेज 100 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों में से एक हैं, इनको आईसीसी के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।
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