भाजपा सरकार की संवेदनहीनता ने किसान को जीते जी मार दिया है – अखिलेश यादव

THE UP KHABAR 

उत्तरप्रदेश में मौसम ने अचानक से अपना रुख बदल लिया है, यूपी के कई बड़े जिलों में अंधी पानी और ओले गिरे जिससे किसानो की रोज़ी रोटी और उनकी फसल पर बड़ा असर पड़ने वाला है।  उत्तरप्रदेश के इस बदलते मौसम से किसानो के जिंदिगी में पड़ने वाले प्रभाव पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री  अखिलेश यादव ने कहा है कि असमय ओलावृष्टि और बरसात ने किसानों की जिंदगी तबाह कर दी है।

किसानों का अच्छी उपज होने का सपना चूर-चूर हो गया है। खेती से ही किसान अपनी आजीविका कमाने और परिवार चलाने का काम करता है. फसल चौपट होने से उसकी गृहस्थी की गाड़ी पटरी से उतर गई है भाजपा सरकार की संवेदनहीनता ने किसान को जीते जी मार दिया है।बढ़ते इस मौसम के रुख से गेहूं, दलहन, सरसों और आलू की फसल पूरी तरह चौपट हो गई है,  गेहू की बात करे तो उसकी बाली टूट गई है और आम के बौर आधे से ज़ादा गिर चुके है.

चने  और  मटर की फसल को भी भारी वर्षा से नुकसान पहुंचा है, पूरब से पश्चिम तक हजारों हेक्टेयर फसल पर ओला पड़ गया है। इस आपदा में कई जानें भी गई हैं। सीतापुर में तेज आंधी, वर्षा से दो लोगों की मौत हो गई है।

मिली जानकारी के मुताबिक , आजमगढ़, सम्भल, लखीमपुरखीरी, लखनऊ सुल्तानपुर, प्रतापगढ़, बहराइच, गोण्डा, सीतापुर, हरदोई, महाराजगंज, बाराबंकी, बिजनौर, जौनपुर, अयोध्या, प्रयागराज, शाहजहाँपुर, महोबा और अन्य जिलों में फसलों को भारी नुकसान हुआ है।

वहीं प्रदेश की भाजपा  सरकार पर वार करते हुए कहाँ की  इस सरकार ने संकट के इन दिनों में भी पीड़ित किसानों को अंतरिम आर्थिक मदद नहीं दी है। फसल के नुकसान के आंकलन में भी लापरवाही हो रही है, भाजपा सरकार ने किसानों को उनके भाग्य के सहारे छोड़ दिया है।

भाजपा सरकार ने किसानों को बहकाने वाली कई घोषणाएं कर उसका वोट तो हासिल कर लिया और फिर उसकी ओर से मुंह मोड़ लिया है। कर्जमाफी तो मुख्यमंत्री जी की तुकबंदी की भेंट चढ़ गई। किसानों की आय दुगनी करने का दावा छलावा निकला। सच तो यह है कि भाजपा ने किसानों को हर तरह से ठगा है। एक तरफ खाद की बोरी से 5 किलो खाद चोरी की है, दूसरी तरफ बीज, खाद के दाम बढ़ा दिए हैं।

भाजपा सरकार को प्राकृतिक प्रकोप से निबटने में समाजवादी सरकार के कामों से सबक लेना चाहिए,  किसानों को समाजवादी सरकार ने पेंशन, फसल बीमा के साथ समय से खाद, बीज उपलबध कराये थे। मुफ्त सिंचाई के साथ किसानों की कर्जमाफी की थी।

भाजपा सरकार को किसानों की परेशानी को देखते हुए तत्काल तमाम सरकारी देय, सरकारी और गैरसरकारी ऋणों की माफी कर देना चाहिए तथा खेती-किसानों के काम आने वाले सामान की खरीद में सब्सिडी देनी चाहिए।

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