चीन को हर हाल में करारा जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयारी है भारतीय सेना- एडमिरल करमबीर सिंह

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर मई माह से अभी भी हालत तनावपूर्ण बने हुए हैं। हर स्तर पर भारतीय सेना चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को जवाब देने के लिए तैयार है।

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर मई माह से अभी भी हालत तनावपूर्ण बने हुए हैं। हर स्तर पर भारतीय सेना (Indian Army) चीन (China) की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) को जवाब देने के लिए तैयार है। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने गुरुवार को कहा कि हम चीनी सेना की हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए हैं। चीन के साथ जारी संघर्ष में नौसेना की भूमिका पर नौसेना प्रमुख ने कहा कि नौसेना की गतिविधियां भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के साथ निकट समन्वय और तालमेल में है।

सीमा पर तनाव जारी

चीन (China) के साथ सीमा पर मई महीने से ही तनाव जारी है। दूसरी तरफ, पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान भी लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। ऐसे में ‘नौसेना दिवस’ के एक दिन पूर्व गुरुवार को नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि देश के सामने कोरोना और सीमा पर चीन से निपटने की चुनौती है और नौसेना इसके लिए पूरी तरह तैयार है।

LAC पर चीन (China) के प्रयास हैं दोहरी चुनौती

नौसेना प्रमुख ने कहा कि कोरोना वायरस के साथ साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन (China) के प्रयास दोहरी चुनौती है। नौसेना एक साथ इन दोनों चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार है। एक तरफ चीन के साथ सीमा पर मई महीने से ही तनाव जारी है। दूसरी तरफ, पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान भी लगातार घुसपैठ की कोशिश कर रहा है।

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इन दोनों चुनौतियों का सामना करने के लिए नौसेना तैयार है। अगर चीन (China) की ओर से उल्लंघन होता है तो स्थिति से निपटने के लिए हमारे पास एक एसओपी है। लीज पर लिए गए 2 शिकारी ड्रोन हमारी निगरानी में कैपेबिलीटी गैप को पूरा करने में हमारी मदद कर रहे हैं। यदि सेना और आईएएफ को पूर्वोत्तर में जरूरत पड़ती है, तो हम इस पर विचार कर सकते हैं। नौसेना की गतिविधियां भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना के साथ तालमेल बैठाए हुए हैं।

समय-समय पर चीन हुआ बेनकाब

बता दें कि दुनिया के सामने शराफत का मुखौटा लगाने वाला चीन समय-समय पर बेनकाब भी होता रहा है। हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका के शीर्ष पैनल ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि चीन (China) की सरकार ने जून में गलवान की घटना को भी योजना के तहत अंजाम दिया था। बीजिंग ने अपने पड़ोसियों के खिलाफ बहुपक्षीय अभियान चलाया था, जिससे जापान से लेकर भारत तक के सैन्य और अर्धसैनिक बल के लोग भड़क उठे।

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रिपोर्ट में लिखा गया, “जून 2020 में, PLA और भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास पश्चिमी लद्दाख क्षेत्र में स्थित गाल्वन घाटी में भारी पैमाने पर उत्पात मचाया। ये झड़प मई की शुरुआत में एलएसी के कई क्षेत्रों के साथ गतिरोध की एक श्रृंखला के बाद हुई और इसमें कम से कम 20 भारतीय सैनिकों की जान गई और चीन के सैनिकों को लेकर कोई पुष्टी नहीं हुई है। 1975 के बाद पहली बार दोनों पक्षों के बीच ये बवाल हुआ है।

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