कोरोना की लंबी लड़ाई में क्या आपको भी मानसिक रूप से महसूस हो रहा हैं तनाव, तो हो जाए सावधान!
तनाव अथवा अवसाद ग्रस्त व्यक्ति को असल में आपकी मदद और प्यार की जरूरत होती है। पर ऐसे संबंध में आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
लोग कोरोना से लंबी लड़ाई के लिए मानसिक रूप से तैयार हो रहे हैं. ज्यादातर कॉल निजी या परिवार से कोरोना के संक्रमित होने या ऐसा होने की संभावना या आर्थिक परेशानियों से जुड़ी हुई हैं.
मानसिक तनाव, अवसाद और निराशा कोरोनावायरस और लॉकडाउन के समय की एक बड़ी समस्या बनकर उभरी है। हमारे आसपास ऐसे बहुत से लोग हैं, जो इनके सामने घुटने टेक रहे हैं। पर अगर यही समस्या आपके पार्टनर या आपके किसी दोस्त के साथ है, तो आपकी जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। असल में आपको उनकी मानसिक सेहत के साथ अपनी सेहत का भी ध्यान रखना है।
देश में अब 20 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं व उन्हें भी मानसिक सहायता उपलब्ध कराए जाने की कार्ययोजना पर काम चल रहा है. उन्होंने बोला कि कोरोना संक्रमित के सामाजिक तिरस्कार या अलगाव की भावना भी निर्बल पड़ी है.
कई संक्रमितों ने परिवार के अतिरिक्त पास-पड़ोस से भी सहायता मिलने की बात कही. डाक्टर गंगाधर ने बोला कि संक्रमितों, स्वास्थ्यकर्मियों व आम जनता की मानसिक समस्याओं को दूर करने के लिए निजी पेशेवरों की सहायता भी ली जा रही है.
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