सीमा पर तनाव के बावजूद चीन ने इस भारतीय के आगे क्यों झुकाया सिर, जानिए क्या थी वजह
China: बता दें कि दोनों देशों के बीच तल्ख रिश्तों के बाद भी चीन एक भारतीय के लिए अपना सिर झुकाता है। दरअसल पूर्व में एक ऐसे भारतीय रहे हैं, जिनके आगे चीन आज भी सिर झुकाता है
दरअसल माओ त्से तुंग के नेतृत्व में हुई चीनी क्रांति और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान चीन में भारतीय चिकित्सक द्वारकानाथ कोटनिस ने अपनी सेवाएं दी थीं। महाराष्ट्र के शोलापुर के रहने वाले कोटनिस द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा चीन की मदद के लिए भेजे गये डॉक्टरों के पांच सदस्यीय दल में 1938 में चीन आये थे। इन्होंने बिना किसी स्वार्थ के चीनी सैनिकों की सेवा की। जिसे देखकर वहा के सैन्य अधिकारी भी हैरान थे।
बाद में डॉ द्वारकानाथ कोटनिस 1942 में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी में शामिल हो गये थे। लेकिन, इसी साल उनका निधन भी हो गया। जब उनकी मौत हुई तो उनकी उम्र 32 साल थी लेकिन, इतनी ही उम्र में ही कोटनिस चीन में अपनी ऐसी छवि बना गए कि चीन आज भी उन्हें याद करता है। उन्हें चीन में ‘के दिहुआ’ के नाम से जाना जाता है।
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