आजमगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के पर्चा दाखिला को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में गहमागहमी का माहौल

आजमगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के पर्चा दाखिला को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में गहमागहमी का माहौल रहा।

आजमगढ़ में जिला पंचायत अध्यक्ष पद के पर्चा दाखिला को लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में गहमागहमी का माहौल रहा। इस दौरान सत्ताधारी दल भाजपा की तरफ से नियम कानून, आचार संहिता की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। कुछ दिन पहले से ही लगातार जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से आगाह किया गया था कि नामांकन के दौरान किसी प्रकार की भीड़ का परमिशन नहीं है और नामांकन को आने वाले प्रत्याशी मात्र 5 लोगों को लेकर आ सकते हैं।

नामांकन कक्ष में दो लोग ही मौजूद रहेंगे। इसके अलावा कलेक्ट्रेट पर भीड़ को रोकने के लिए दीवानी कचहरी गिरजा घर के पास डाक बंगला तिराहे पर व कलेक्ट्रेट तक के रास्ते में कई जगह बैरिकेडिंग लगाई गई थी लेकिन इसका कोई असर नहीं रहा। भारी फोर्स भी थी लेकिन रोकने वाला कोई नहीं मिला।

हालांकि जब भीड़ कलेक्ट्रेट तक पहुंच गई तब अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने रोकने का प्रयास किया। काफी जद्दोजहद के बाद लोग रुके। इसके बाद भाजपा प्रत्याशी संजय निषाद कुछ लोगों के साथ नामांकन को अंदर दाखिल हो पाए। आशंका जताई जा रही थी कि इसमें भी पांच की संख्या से ज्यादा लोग थे।

भाजपा प्रत्याशी ने जीत के लिए अपने साथ जिला पंचायत सदस्यों के जरूरी संख्या बल होने की बात कही और कहा कि जीत उन्हीं की होगी वही भीड़ इकट्ठा होने पर कहा कि अब समर्थकों को कहां से कैसे रोकें। जो आना चाहेगा वह आएगा ही।

इससे पूर्व समाजवादी पार्टी की तरफ से पूर्व मंत्री व सदर विधायक दुर्गा प्रसाद यादव के पुत्र विजय यादव ने पर्चा दाखिल किया। इस दौरान मात्र 5 लोग ही नजर आए। लेकिन इसके बाद जब भाजपा के प्रत्याशी नामांकन को निकले तो उनके साथ हजारों की भीड़ परिसर व आसपास नारे लगाते हुए पहुंच गई।

इस दौरान भाजपा के जिला अध्यक्ष समेत कई नेता वहां दिखाई दिए जबकि सुरक्षा को तैनात अधिकारी व पुलिस फोर्स मूक दर्शक बने रहे। सत्ता की हनक साफ दिखाई दे रही थी। जिला निर्वाचन अधिकारी व डीएम राजेश कुमार ने कहा कि इसकी जांच करवाकर कार्रवाई करेंगे। बहरहाल नामांकन के बाद अब यह देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है या मौन साध जाएगा।

इसके अलावा एक अन्य निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य जयप्रकाश यादव ने भी नामांकन किया। जयप्रकाश भले ही समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी ना हो लेकिन पार्टी से इनका पुराना नाता है। माना जा रहा है कि अगर सपा प्रत्याशी विजय यादव के नामांकन में सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो जयप्रकाश अपना पर्चा वापस ले लेंगे।

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