चर्चित संत पर सरकार की कार्रवाई से तिलमिलाई कांग्रेस ने कह दी ये बड़ी बात…

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के रास्ते पर निकल पड़े हैं. शिवराज सिंह ने भी मध्य प्रदेश में अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाना शुरू कर दिया है.

मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के रास्ते पर निकल पड़े हैं. शिवराज सिंह ने भी मध्य प्रदेश में अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलाना शुरू कर दिया है. इस कड़ी में उन्होंने कंप्यूटर बाबा के अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलवाया है. कंप्यूटर बाबा के अवैध निर्माण पर बुल्डोजर चलते ही कांग्रेस तिलमिला उठी है. कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाया है कि, सरकार बदले की भावना से काम कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि, कंप्यूटर बाबा को शिवराज सिंह ने राज्यमंत्री बनाया था उस समय वो बीजेपी के लिए संत थे और अब शिवराज को वह शैतान नजर आ रहे हैं.

15 साल तक बीजेपी के लिए संत थे कम्प्यूटर बाबा अब शैतान हो गए

जीतू पटवारी ने कहा कि पिछले 15 साल की सरकार में उन्हें अवैध निर्माण नहीं दिखा, लेकिन जब बाबा ने बीजेपी को छोड़ दिया तो शैतान हो गया. जीतू पटवारी ने कहा कि 15 साल जब एक व्यक्ति बीजेपी के काम गिनाता था तो संत था, लेकिन अब वही शैतान दिखने लगा.

अवैध निर्माण पर कार्रवाई

बता दें कि एमपी के औद्योगिक शहर इंदौर में रविवार सुबह जिला प्रशासन ने ग्राम जमूडीह में नामदेव दास त्यागी उर्फ कंप्यूटर बाबा अवैध निर्माण पर कार्रवाई की है. कलेक्टर मनीष सिंह के निर्देशन में ADM अजय देव शर्मा और अन्य SDM के साथ पुलिस अधिकारियों की टीम रविवार की सुबह से अवैध निर्माण तोड़ रही है.

ये भी पढ़ें – बिहार चुनाव : एग्जिट पोल में तेजस्वी के तेज़ के आगे फिंके पड़ रहे नीतीश

ये कार्रवाई गांधीनगर पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत चल रही है. कंप्यूटर बाबा को 2018 में तत्कालीन शिवराज सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा दिया गया था. लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में कंप्यूटर बाबा ने कांग्रेस का साथ दिया. उन्होंने शिवराज सरकार से इस्तीफा देने के बाद विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार भी किया था.

सवाल उठाए गए तो कंप्यूटर बाबा पर कार्रवाई

कांग्रेस ने कहा कि अब जब सवाल उठाए गए तो कंप्यूटर बाबा पर कार्रवाई कर दी गई. जीतू पटवारी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अवैध काम का समर्थन नहीं करती लेकिन बदले की भावना किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री के लिए अच्छी बात नहीं है.

Related Articles

Back to top button