बदलना चाहते हैं अपने दिन तो गुरुवार के दिन करिए ये उपाए, बरसेगी लक्ष्मी मां की कृपा

बृहस्पतिवार यानी गुरुवार का दिन बेहद ही शुभ दिन माना जाता है। ये दिन लक्ष्मी-नारायण से जुड़ा होता है।

बृहस्पतिवार यानी गुरुवार का दिन बेहद ही शुभ दिन माना जाता है। ये दिन लक्ष्मी-नारायण से जुड़ा होता है। गुरुवार के द‍िन कुछ ऐसे ही उपाय बताये गए हैं ज‍िन्‍हें अपनाने से श्रीहर‍ि और बृहस्‍पत‍ि देव दोनों की ही कृपा म‍िलती है। जानिए ये बातें…

ब्रह्म मुहूर्त सबसे अच्छा मुहूर्त माना जाता है। इस मुहूर्त के दौरान देवी-देवताओं की प्रभाव धरती पर अधिक माना जाता है। इसलिए गुरुवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना शुभ फल देता है। स्नान करते समय पानी में गंगा जल जरूर मिलाएं और नहाते समय ‘ॐ बृ बृहस्पते नमः’ का जाप भी करें। ब्रह्म मुहूर्त सुबह के 4 बजे से शुरू होता है और सूर्योदय होने तक रहता है। स्नान करने के अलावा मुहूर्त के दौरान पूजा करने से पूजा सफल मानी जाती है और पूजा करने का फल मिल जाता है।

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गुरुवार के दिन स्नान करने के बाद पीले रंग के वस्त्र धारण करें। दरअसल गुरुवार के दिन पीले रंग के वस्त्र धारण करना शुभ होता है क्योंकि ये रंग विष्णु जी का प्रिय रंग है। इस रंग के वस्त्र धारण करने के बाद आप हल्दी का तिलक भी अपने माथे पर जरूर लगाएं।

गुरुवार के दिन विष्णु और लक्ष्मी की पूजा करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। इस दिन पूजा करते समय विष्णु और लक्ष्मी को पीले रंग के फूल और तुलसी का पत्ता जरूर चढ़ाए। पूजा की शुरूआत करते समय घी का दीया जलाएं और विष्णु जी से जुड़ा पाठ पढ़ें। पाठ पूरा होने के बाद विष्णु जी की आरती करें।

इन दिन आप गरीब लोगों को पीले रंग की वस्तुओं का दान भी जरूर करें। पीले रंग की चीजों, जैसे केले, दाल, कपड़े और इत्यादि का दान करने से सारे पाप खत्म हो जाते हैं। दान करने के अलावा इस दिन आप केवल पील रंग का भोजन ही करें।

तुलसी विष्णु जी को बेहद ही प्रिय है। इसलिए आप शाम के समय तुलसी के पौधे की पूजा जरूर करें और पौधे के पास दीपक भी जरूर जलाएं। इस दिन भूलकर भी तुलसी का पत्ता ना तोड़ें।

गुरु के भी प्रकार के दोष को दूर करने के लिए आप गुरुवार के दिन नहाने के पानी में चुटकी भर हल्दी डालकर स्नान करें। इसके साथ ही साथ नहाते वक्त “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप ” अवश्य करें।

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