बस्ती : कुछ कर गुजरने का जज्बा और हौसले में उड़ान हो तो 100 प्रतिशत दिव्यांगता भी आपके कदम को नही रोक सकती…

बस्ती : हौसले की उड़ान

बस्ती : कुछ कर गुजरने का जज्बा और हौसले में उड़ान हो तो 100 प्रतिशत दिव्यांगता भी आपके कदम को नही रोक सकती। तीन ऐसे दोस्त की कहानी जो 80 से 100 प्रतिशत विकलांग होने के बाद भी समाज की मुख्य धारा से कंधा से कंधा मिलाकर चलते है कोविड 19 में जब सारी दुनिया के आगे रोजी रोटी का संकट था.

  • जिसके वजह से तीन दिव्यांग दोस्त परिवार पर उनका भरण पोषण भारी पड़ रहा था.
  • जब अपनो ने ठुकराया तो दोस्त दिलीप शर्मा ने अपनाया सहारा देकर हुनर मंद बनाया।
  • आज खुद अपने पैर खडे होकर समाज मे प्रेरणा श्रोत्र बने हुए और अपने साथियों को हुनरमंद कर पैर पर खड़े होने की शिक्षा दिया खुद रोजगार का अवसर तलासकर 46 लोगो का समूह बना डाला।
  • सबको टेक्निकल शिक्षित कर रोजगार के लिए प्रेरित किया है.
  • ये सब उन्होंने खुद अपनी काबिलियत और साहस से किया।
  • जबकि अब तक उन्होंने कोई सरकारी मदद नही लिया है
  • दिव्यागों को समाज मे वह दर्जा नही मिलता.
  • जो उन्हें दरकार होती आज भी उन्हें हीन भावना से समाज में देखा जाता है.
  • लेकिन इस हींन भावना को दूर करने के एक ऐसे शख्सियत से मिलाते है.
  • जिन्होंने दिब्यगता को मात देकर उदाहरण बन रहे है चलिए मिलाते है.

दिलीप शर्मा से जो 100 प्रतिशत बिकलांग है:-

  • उन्हों जनपद के विकलांगो को समाज के मुख्यधारा से जोड़कर रोजगार सृजन करने का वीणा उठाया है.
  • बिना किसी सरकारी सहायता के उन्होंने 46 लोगो का समूह बनाया और सभी विकलागों को मोबाइल रिपेयरिंग, पंख कूलर बॉन्डिंग व रिपेयरिंग का हुनर सिखा रहा है.
  • सभी को समाज में खड़ा होने का जज्बा पैदा कर रहे है.
  • कोविड 19 में तीन दोस्तो को उनके परिवार वालो ने छोड़ दिया।
  • तो उन्हों अपने पास लाकर टेक्निकल शिक्षा दिया।
  • वे आज अपनीं मेहनत और लगन से कमाई कर रहे है.
  • जो लोग उनको देखकर तन्ज कसते थे आज वही सम्मान करते है.
  • अपना इलेक्ट्रिक समान भी रिपेयरिंग कराते है.
  • दिव्यांग दिलीप बताते है उन्होंने लखनऊ इलेक्ट्रिक सामानों के रिपेयरिंग की शिक्षा और नौकरी के लिए भटक रहे थे.
  • कुछ लोग उन्हें हँसी का पात्र बन लेते थे.
  • बस यही बात उनको चूभ गयी.
  • खुद रोजगार देने की ठान ली.
  • बाद में गृह जनपद बस्ती हरैया तहसील में अपनी छोटी सी दुकान डाल कर रोजी रोटी चलाकर लोगो के लिए उदाहरण बने हुए.
  • फिलहाल अब उन्हें अपनी दुकान को बड़ा करने के लिए उद्योग आफिस से 2 लाख लोन के लिए आवेदन किया।
  • जिसमें उन्हें उद्योग ऑफिस मदद का आश्वासन मिला है.
  • इस संबंध में जब जनपद के डिप्टी कमिश्नर इंडस्ट्रीज उदय प्रकाश से बात की गई.
  • तो उन्हों बताया कि दिलीप 2 लाख के लोन का आवेदन किया है.
  • जिसकी फ़ाइल अप्रूवल कर दिया गया जल्द ही बैंक से बात करके लोन मुहैया करा दिया जाएगा.

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