नवजात शिशु को यदि डायपर पहनाने के कारण हो रही हैं रैशेज की समस्‍या तो इन बातो का रखे ध्यान

जब आप पहली बार मां बनती हैं तो आप अपने नवजात का ख्याल 24 घंटे रखती हैं। आजकल के दौर में कामकाजी माताओं के पास समय की कमी होने की वजह से वह अपने शिशु को हमेशा डायपर पहनाकर रखती हैं ताकि वह गीलेपन की समस्या से छुटकारा पा सकें। लेकिन डायपर को लंबे वक्त तक पहने रहने की वजह से शिशु को डायपर रैश की समस्या से दोचार होना पड़ता है। यह रैश त्वचा में स्थित नमी और बैक्टीरिया के कारण पैदा होते हैं।

हर समय न पहनाएं डायपर
डायपर इस्‍तेमाल करने के कई फायदे होते हैं. मगर इसके ज्‍यादा इस्‍तेमाल से बचना चाहिए. इसलिए बच्‍चे को कुछ समय डायपर के बिना ही रखें. इससे बच्‍चों की स्किन सूखने लगेगी और उन्‍हें आराम मिलेगा. अगर बच्‍चा रैशेज की समस्‍या से गुजर रहा है, तो इस दौरान बच्चे को सूती आरामदेह कपड़े पहनाएं. इससे दाने जल्‍दी सूखेंगे.

नारियल तेल से मिलेगी राहत
बच्‍चे के रैशेज जल्‍दी ठीक हों और उसे जल्‍दी आराम मिले इसके लिए रैशेज वाली स्किन पर एंटी रैश क्रीम लगाई जा सकती है. या फिर नारियल का तेल भी उस स्‍थान पर लगा सकते हैं. नारियल तेल में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं. इसे लगाने से रैश ठीक होने लगेंगे.

ऑलिव ऑयल है गुणकारी
ऑलिव ऑयल भी बच्चों को होने वाले डायपर रैशेज में लाभ पहुंचाता है. इसमें मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी माइक्रोबियल गुण रैशेज को ठीक करने में मदद करते हैं. बच्चे को डायपर रैशेज वाली स्किन पर अपने हाथों से ऑलिव ऑयल लेकर हल्‍के हाथों से लगा दें. इससे स्किन मुलायम बनी रहेगी और इंफेक्शन भी दूर होने लगेगा.

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