…तो इसलिए हनुमान जी को कहा जाता है ‘बालाजी’, वजह जानकर मंत्रमुग्ध हो जाएंगे आप

भारत के कुछ क्षेत्रों में, हनुमान जी को बालाजी हनुमान के रूप में जाना जाता है आज, बालाजी शब्द को अधिक लोकप्रिय रूप से भगवान वेंकटेश्वर को तिरुमला तिरुपति मंदिर में पूजा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है.

भारत के कुछ क्षेत्रों में, हनुमान जी को बालाजी हनुमान के रूप में जाना जाता है आज, बालाजी शब्द को अधिक लोकप्रिय रूप से भगवान वेंकटेश्वर को तिरुमला तिरुपति मंदिर में पूजा करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन हनुमान बालाजी के नाम से क्यों जाने जाते है उनका कारण और कहानी अंजनेय के बचपन से जुड़ा हुआ है.

हनुमान जी बालाजी के रूप में जाने जाते है क्योंकि उनके बचपन के दौरान किए गए चमत्कारों के कारण उनको यह नाम मिला था.

मेहंदीपुर में बालाजी हनुमान की पूजा की जाती है

राजस्थान में मेहंदीपुर में बालाजी हनुमान की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि वायु भगवान ने हनुमान को अपनी मां के गोद में मेहंदीपुर में रखा था. यह घटना तब हुई जब हनुमान जी ने सूर्य को निगलने का प्रयास किया और इंद्र ने उन्हें वज्र या बिजली की तलवार से मारा.

बालाजी के रूप में इन क्षेत्रों में हनुमान की बचपन की पूजा की जाती है और इसे मनाया जाता है विशेष रूप से उत्तर भारत के राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और कई अन्य क्षेत्रों में.

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बालाजी को लोग इसलिए भी ज्यादा महत्व देते हैं क्योंकि ऐसा माना जाता है कि, जब किसी भूत-प्रेत का साया होता है तो उसे बालाजी सही कर देते हैं. उनके मंदिर में जाने मात्र से सभी दुखों से निजात मिल जाती है और भक्त खुशी-खुशी अपने घर वापस लौटता है. पुराणों में कई तरह की बातें लिखी हुई हैं. हनुमान जी के अंदर असीम ताकत और क्षमता है उनके नाम के स्मरण मात्र से ही सारे दुख और मुश्किलें दूर हो जाती हैं.

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